प्रचंड के प्रधानमंत्री बनने से खुश हैं भारतीय लेखक रॉय
काठमांडू, 16 अगस्त (आईएएनएस)। भले ही दुनिया भर के विशेषज्ञ माओवादी नेता प्रचंड के प्रधानमंत्री बनने से जुड़ी बातों पर बहस मुबाहिसे में उलझे हों लेकिन कम से कम एक व्यक्ति है जो इस प्रकरण से बेहद खुश है।
काठमांडू, 16 अगस्त (आईएएनएस)। भले ही दुनिया भर के विशेषज्ञ माओवादी नेता प्रचंड के प्रधानमंत्री बनने से जुड़ी बातों पर बहस मुबाहिसे में उलझे हों लेकिन कम से कम एक व्यक्ति है जो इस प्रकरण से बेहद खुश है।
वे हैं असम निवासी भारतीय लेखक अनिर्बन रॉय (38), जिन्होंने पत्रकारिता के साथ-साथ किताबें लिखना शुरू कर दिया है। माना जा रहा है कि नेपाली गणतंत्र के प्रथम प्रधानमंत्री प्रचंड के ऊपर लिखी पुस्तक उन्हें अतिरिक्त ख्याति दिलाएगी।
'प्रचंड : द अननोन रिवॉल्युशनरी' नामक पुस्तक इस नेपाली माओवादी नेता के निजी जीवन पर लिखी किताब है। इस पुस्तक को लिखने से पहले लेखक ने प्रचंड को नजदीक से जानने वाले करीब 200 लोगों से बातचीत की है। इनमें प्रचंड के पिता, पत्नी और बच्चों समेत विभिन्न राजनीतिज्ञ तथा कॉमरेड शामिल थे।
राय ने बताया कि वे 2001 से 2006 के दौरान करीब छह बार नेपाल आए लेकिन कभी उन्होंने नेपाल की राजनीति के बारे में ध्यान नहीं दिया। अप्रैल 2006 में जब उनके समाचार पत्र ने उन्हें लोकतंत्र समर्थक आंदोलन को कवर करने के लिए वहां भेजा गया।
राय ने बताया कि वे एक महीने तक नेपाल में रहे और इस दौरान उनके जानने वाले सभी लोगों ने उनसे एक ही सवाल पूछा कि क्या वे प्रचंड से मिले। इसके बाद ही उन्हें महसूस हुआ कि जो व्यक्ति इतना अधिक लोकप्रिय हो उसके बारे में एक विश्वसनीय पुस्तक जरूर लिखी जानी चाहिए।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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