स्वाधीनता दिवस पर राजधानी की किलेबंदी
देश की राजधानी में हाथों में संगीन पकड़े पुलिस और अर्ध सैनिक बल के जवानों की निगाहें चौकस हैं। आसमान से आने वाली किसी आफत को रोकने के लिए जमीन से हवा में मार करने वाले सुरक्षा उपकरण तैनात किये गये।
उत्तर प्रदेश और हरियाणा से राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश करने वाले मार्गों पर सुरक्षा बल जबर्दस्त तरीके से वाहनों और आने जाने वालों की तलाशी ले रहे हैं। इतना ही नहीं पुरानी दिल्ली की ओर जाने वाले मार्गों पर सार्वजनिक परिवहन सुविधाओं को बंद कर दिया गया।
स्वाधीनता दिवस समारोहों के दौरान आतंकवादियों द्वारा नेताओं और राष्ट्रीय महत्व के प्रतीकों को निशाना बनाये जाने की खुफिया एजेंसियों की चेतावनियों के बाद पूरे शहर में दिल्ली पुलिस तथा अन्य एजेंसियों ने सुरक्षा व्यवस्था के जबर्दस्त इंतजाम किये हैं।
लाल किले के आस-पास लगभग 17 000 सुरक्षाकर्मी तैनात किये गए हैं। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के 17वीं शताब्दी में बनी लाल किले पर राष्ट्र ध्वज फहराने के बाद राष्ट्र के नाम संबोधन के दौरान इस क्षेत्र में उड़ान वर्जित क्षेत्र घोषित किया गया।
लाल किले पर पूरे समारोह के दौरान आकाश मार्ग से किसी तरह की आतंकी हमलों से निपटने के लिए सैन्य हेलीकाप्टर गश्त पर तैनात हैं।