उड़ीसा में स्वतंत्रता सेनानी भूख हड़ताल पर
बारगढ़ (उड़ीसा), 15 अगस्त (आईएएनएस)। जब पूरे देश ने शुक्रवार को 62वां स्वतंत्रता दिवस मनाया तो वहीं उड़ीसा के बारगढ़ जिले में दो बुजुर्ग स्वतंत्रता सेनानी सैकड़ों ग्रामवासियों के साथ भूख हड़ताल पर बैठ गए। इन लोगों की मांग गांव में बेहतर सड़क बनाने की है।
87 वर्षीय चैतन्य साहू और 84 वर्षीय दयानिधि नायक बारगढ़ जिले के पानीमोरा गांव के निवासी हैं जो राज्य की राजधानी भुवनेश्वर से 400 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इनकी मांग है कि इनके गांव को जाने वाली तीन किलोमीटर लंबी सड़क की मरम्मत करवाई जाए।
साहू और नायक गांव के उन 32 लोगों में शामिल थे जो 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान जेल गए थे।
साहू ने आईएएनएस को बताया कि हम पहले भी सड़क मरम्मत की मांग कर चुके हैं लेकिन अब तक इसका कोई नतीजा नहीं निकला है। उन्होंने बताया कि वह गांव वालों के साथ स्थानीय प्रशासन को ज्ञापन भी सौंप चुके हैं लकिन इस पर कुछ भी नहीं किया गया।
उनके मुताबिक जिला प्रशासन ने दो साल पहले आश्वासन दिया था कि प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के अंतर्गत सड़क की मरम्मत करवा दी जाएगी, लेकिन आज तक कुछ नहीं हुआ।
उधर इस पूरे मामले पर टिप्पणी करने के लिए जिला प्रशासन का कोई अधिकारी उपलब्ध नहीं था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।