परमाणु ऊर्जा में 120 अरब रुपये निवेश करेगा टाटा पावर
अर्जुन सेन
अर्जुन सेन
नई दिल्ली, 15 अगस्त (आईएएनएस)। भारत को असैन्य परमाणु ऊर्जा उत्पादन के लिए अंतर्राष्ट्रीय बिरादरी की हरी झंडी मिलने की स्थिति में टाटा पावर 120 अरब रुपये के भारी निवेश से परमाणु ऊर्जा करोबार शुरू करने की योजना बना रहा है।
टाटा पावर के सलाहकार शराफ अली बोहरा ने कहा, "परमाणु ऊर्जा कारोबार यदि निजी क्षेत्र के लिए खोली जाता है, तो टाटा पावर अपने दम पर या फिर संयुक्त उद्यम के मार्फत इस क्षेत्र में कदम रखेगा।"
बोहरा ने एक भेंटवार्ता में आईएएनएस से कहा, "टाटा पावर लंबी अवधि के लिए 'फ्रंट-एंड' और 'बैक-एंड' ईंधन चक्र प्रौद्योगिकी कारोबार शुरू करना चाहेगा।"
उन्होंने कहा कि परमाणु ऊर्जा कारोबार शुरू करने के लिए निवेश मौजूदा प्रौद्योगिकी, ईंधन नीति और परमाणु तकनीक के प्रति उत्तरदायित्व के सवाल से जुड़ा हुआ मामला है। उन्होंने कहा, "निवेश की वास्तविक मात्रा के बारे में फिलहाल कुछ कहना जल्दबाजी होगी। हम केवल विभिन्न प्रौद्योगिकी, नियामक एवं नीतिगत परिदृश्यों का ही नहीं, बल्कि व्यापार के माडल का भी अध्ययन कर रहे हैं।"
उन्होंने कहा कि यूरेनियम संवर्धन पर आधारित परमाणु ऊर्जा के लिए फिलहाल चार तरह की प्रौद्योगिकी उपलब्ध हैं। प्राकृतिक यूरेनियम के संवर्धन के लिए हमारे देश में देशी तकनीक भी मौजूद हैं। इसलिए संवर्धित यूरेनियम के आयात की हमें कोई जरूरत नहीं है।
उन्होंने कहा कि परमाणु ऊर्जा के विकास के लिए प्रौद्योगिकी और ईंधन की जरूरतों को पूरा करने के लिए भारत-अमेरिका परमाणु संधि जरूरी है। इसके अलावा परमाणु ऊर्जा अधिनियम, 1962 में संशोधन की भी जरूरत है। ताकि निजी क्षेत्रों के लिए सार्वजनिक क्षेत्र के परमाणु ऊर्जा कारपोरेशन के साथ संयुक्त उद्यम स्थापित करने का मार्ग प्रशस्त हो सके।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।