चेन्नई व कोलकाता हवाई अड्डे के आधुनिकीकरण को कैबिनेट की हरी झंडी
नई दिल्ली, 14 अगस्त (आईएएनएस)। आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) ने गुरुवार को चेन्नई व कोलकाता हवाई अड्डे के आधुनिकीकरण और क्षमता विस्तार की परियोजना को मंजूरी दे दी।
सरकार ने कोलकाता हवाई अड्डे में इस काम के लिए 30 महीने और चेन्नई हवाई अड्डे में इस काम के लिए 26 महीने की समयसीमा निर्धारित की है। संभवत: अगले महीने तक इस परियोजना पर काम शुरू हो जाएगा।
जानकारी के मुताबिक कोलकाता हवाई अड्डे के आधुनिकीकरण में 19.42 अरब रुपये और चेन्नई हवाई अड्डे के आधुनिकीकरण में 18 अरब रुपये खर्च होंगे।
सूचना और प्रसारण मंत्री प्रियरंजन दासमुंशी ने संवाददाताओं को बताया कि क्षमता विस्तार के बाद कोलकाता हवाई अड्डे और चेन्नई हवाई अड्डे की वार्षिक क्षमता बढ़कर क्रमश: दो करोड़ और 1.4 करोड़ यात्रियों तक जा पहुंचेगी।
दासमुंशी ने कहा कि दोनों हवाई अड्डों के आधुनिकीकरण में होने वाले खर्च का 80 प्रतिशत हिस्सा भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण वहन करेगा और शेष धन उधार लिया जाएगा।
लोक निवेश बोर्ड (पीआईबी) ने कोलकाता हवाई अड्डे के आधुनिकीकरण के लिए इस वर्ष 30 मई को और चेन्नई हवाई अड्डे के आधुनिकीकरण के लिए 29 जुलाई को मंजूरी दी थी।
गौरतलब है कि इन दोनों हवाई अड्डों के आधुनिकीकरण की परियोजना पर योजना आयोग ने आपत्ति जताई थी। इस वहज से इसे मंजूरी मिलने में देरी हुई। नागर विमानन मंत्री प्रफुल्ल पटेल ने इस बारे में योजना अयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया को एक पत्र भी लिखा था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।