हरी भरी छत नहीं देती शीतलता की गारंटी
वाशिंगटन, 14 अगस्त (आईएएनएस)। जल एवं ऊर्जा संरक्षण के प्रति बढ़ती जागरुकता ने भले ही हरियाली वाली छतों की आवश्यकता पर बल दिया हो, लेकिन एक अध्ययन से पता चला है कि इन छतों की वजह से घरों के भीतर होने वाली शीतलता का प्रतिशत अलग-अलग हो सकता है।
टेक्सास विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने अलग-अलग प्रकार की हरी-भरी छतों के अध्ययन के बाद यह निष्कर्ष दिया है।
मुख्य शोधकर्ता मार्क सिम्मॉंस ने कहा, "हमने पाया कि सिर्फ हरियाली युक्त छत होने से ही यह नहीं माना जा सकता कि जल संरक्षण हो रहा है। "
इससे पहले 2006 की शरद ऋतु से लेकर 2007 के जाड़ों तक 24 हरियाली युक्त छतों पर किए गए एक अध्ययन में निष्कर्ष दिया गया था कि ये छतें पारंपरिक भवन के वातानुकूलन संबंधी खर्च को 21 फीसदी तक कम कर सकती हैं।
अध्ययन में पाया गया कि छतों को हरा-भरा करने के लिए इस्तेमाल किए गए पौधों की भी इसमें निर्णायक भूमिका होती है। यह बात पौधों के चयन पर निर्भर करती है कि कमरे के भीतर का तापमान कितना होगा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।