अमरनाथ भूमि विवाद का श्रद्धालुओं पर असर नहीं
सरवर काशमी
सरवर काशमी
श्रीनगर, 14 अगस्त (आईएएनएस)। अमरनाथ भूमि विवाद को लेकर राज्य में जारी हिंसा और तनाव के माहौल का यहां आने वाले श्रद्धालुओं पर कोई असर नहीं है। इन सबके बीच बाबा अमरनाथ की दो महीनों की यात्रा अब शांतिपूर्ण समाप्ति की ओर बढ़ रही है।
दक्षिण कश्मीर में हिमालय की पहाड़ियों पर स्थित अमरनाथ मंदिर में भगवान शिव के दर्शन के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं को हर मोड़ पर मुसलमानों से सामना होता है। कभी गाइड के रूप में तो कभी मेजबान के तौर पर। इस वर्ष छह लाख श्रद्धालुओं ने बाबा अमरनाथ के दर्शन किए।
जहां एक तरफ लोग शांतिपूर्ण तरीके से बाब अमरनाथ के दर्शन कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ सूबे के प्रमुख शहरों में भूमि विवाद को लेकर साम्प्रदायिक हिंसा का माहौल बना हुआ है।
इस वर्ष यात्रियों की संख्या में रिकार्ड इजाफा हुआ है। एक अधिकारी ने बताया, "वर्ष 2003 में रिकार्ड पांच लाख श्रद्धालु यहां आए थे जबकि इस वर्ष यह संख्या के छह लाख पहुंच गई है।"
दो महीनों तक चलने वाली अमरनाथ यात्रा का शुभारंभ 18 जून को हुआ था। पवित्र छड़ी मुबारक के यहां पहुंचते ही शनिवार को इस वर्ष की यात्रा समाप्त हो जाएगी।
उल्लेखनीय है कि श्रीअमरनाथ श्राइन बार्ड को जमीन आवंटित किए जाने और बाद में उसे वापस लिए जाने के कारण राज्य में विरोध प्रदर्शनों और हिंसा का दौर जारी है।
कश्मीरी हस्तशिल्प से बने सामनों की बिक्री करने वाले अब्दुर रहमान ने कहा, "मुझे नहीं लगता हिंसा व विरोध प्रदर्शन का असर अमरनाथ यात्रियों पर पड़ा है। आश्चर्यजनक तो यह है कि इस वर्ष रिकार्ड संख्या में श्रद्धालु यहां आए।"
इससे पहले, अमरनाथ भूमि विवाद को लेकर मंगलवार को हुई पुलिस गोलीबारी और व्यापक विरोध प्रदर्शन के बाद कश्मीर घाटी में हालात और बेकाबू हो गए। हालांकि प्रशासन ने दावा किया कि यहां के हालात सामान्य हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।