नाटो के रसद आपूर्ति वाहनों पर तालिबान का हमला
मीडिया
में
प्रकाशित
रिपोर्टों
के
अनुसार
अमेरिकी
सेना
के
नेतृत्व
वाले
इस
युद्ध
प्रभावित
देश
में
पिछले
साल
आत्मघाती
हमलों
के
बढ़ने
के
कारण
समस्या
एक
नया
रूप
ले
चुकी
है
और
देश
के
कई
भागों
में
राष्ट्रपति
हामिद
करजई
का
नियंत्रण
भी
कम
हुआ
है।
वाल
स्ट्रीट
जर्नल
के
अनुसार
अफगानिस्तान
पर
आतंकवादियों
द्वारा
किये
जा
रहे
हमले
अमेरिका
समर्थित
हामिद
करजई
की
सरकार
को
अलग-थलग
करने
का
हिस्सा
है।
अखबार ने बगराम एयरबेस में अमेरिकी सैनिकों के डिप्टी कमांडर ब्रिगेडियर जनरल मार्क मिले के हवाले से लिखा है कि सैनिकों की रसद आपूर्ति के रास्तों को आतंकवादियों द्वारा निशाना बनाये जाने के स्पष्ट संकेत हैं।
रसद
आपूर्ति
को
निशाना
बनाने
के
साथ-साथ
आतंकवादी
सड़कों
तथा
पुलों
को
विस्फोट
में
उड़ा
रहे
हैं।
2001
में
तालिबान
के
शासन
को
उखाड़
फेंकने
वाली
नाटो
की
सेना
ने
सड़कों
तथा
पुलों
का
निर्माण
इस
मुख्य
उद्देश्य
के
तहत
किया
था।