प्रागऐतिहासिक जीवों के खात्मे के लिए जिम्मेदार हैं हमारे पुरखे
सिडनी, 12 अगस्त (आईएएनएस)। प्रागऐतिहासिक काल के विशालकाय कंगारुओं, गैंडों और तेंदुओं जैसे विभिन्न जीवों की मौत के लिए जलवायु परिवर्तन से अधिक हमारे पुरखों की शिकारी प्रवृत्ति जिम्मेदार है।
एक नए शोध से ये संकेत मिलते हैं कि लगभग 41,000 वर्ष पूर्व जब तस्मानिया एक बड़े पुल के सहारे आस्ट्रेलिया की मुख्य भूमि से जुड़ा हुआ था, उस समय वहां आए लोगों ने मुख्य रूप से जानवरों का शिकार किया।
वोल्लोंगॉंग विश्वविद्यालय (यूओडब्ल्यू) के शोधकर्ता रिचर्ड बर्ट रॉबर्ट्स ने बताया कि वैज्ञानिकों को ऐसे प्रमाण मिले हैं, जिनसे पता चलता है कि जानवरों के खात्मे में मनुष्य की अहम भूमिका थी। रेडियोकार्बन डेटिंग पद्धति पर आधारित इस अध्ययन के मुताबिक कुछ जानवर वहां लगभग 41 हजार वर्ष पूर्व तक जिंदा थे।
शोधकर्ताओं के मुताबिक उस दौरान तस्मानिया की जलवायु में कोई आश्चर्यजनक परिवर्तन नहीं आया था, ऐसे में यह मानने के पर्याप्त कारण हैं कि वहां जानवरों के खात्में में मनुष्यों की बड़ी भूमिका थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।