उत्तराखंड भाजपा में संकट बरकरार, असंतोष थामने के लिए सक्रिय हुआ केंद्रीय नेतृत्व
नई दिल्ली, 12 अगस्त (आईएएनएस)। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री भुवनचंद खंडूरी के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राज्य इकाई में उठी बगावत की लहर को थामने के लिए पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व सक्रिय हो गया है। पार्टी के शीर्ष नेता लालकृष्ण आडवाणी ने प्रदेश भाजपा में उपजे इस संकट से निपटने के लिए मंगलवार शाम पार्टी के वरिष्ठ रणनीतिकारों से चर्चा की।
नई दिल्ली, 12 अगस्त (आईएएनएस)। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री भुवनचंद खंडूरी के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राज्य इकाई में उठी बगावत की लहर को थामने के लिए पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व सक्रिय हो गया है। पार्टी के शीर्ष नेता लालकृष्ण आडवाणी ने प्रदेश भाजपा में उपजे इस संकट से निपटने के लिए मंगलवार शाम पार्टी के वरिष्ठ रणनीतिकारों से चर्चा की।
सूत्रों के मुताबिक आडवाणी ने मंगलवार सुबह पहले खंडूरी और फिर असंतुष्टों का नेतृत्व कर रहे पूर्व मुख्यमंत्री भगतसिंह कोश्यारी से अलग-अलग बातचीत की। उसके बाद देर शाम उन्होंने पार्टी महासचिव अरुण जेटली, वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज और संगठन महामंत्री रामलाल से इस मुद्दे पर चर्चा की। इस बैठक में कोश्यारी भी मौजूद थे।
उत्तराखंड भाजपा में उपजे मौजूदा संकट के बारे में पूछे जाने पर पार्टी प्रवक्ता व राज्य के पूर्व प्रभारी रविशंकर प्रसाद ने कह, "उत्तराखंड में नेतृत्व परिवर्तन का कोई प्रस्ताव नहीं है।"
इससे पहले उत्तराखंड के कृषि मंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने असंतुष्टों की ओर से पूर्व उपराष्ट्रपति भैरोंसिंह शेखावत, राज्यसभा में विपक्ष के नेता जसवंत सिंह, सुषमा स्वराज और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह सुरेश सोनी से भेंट कर असंतुष्टों का पक्ष रखा। पिछले तीन दिनों से दिल्ली में डेरा डाले लगभग दो दर्जन से अधिक विधायकों व मंत्रियों में से अधिकांश उत्तराखंड लौट गए। असंतुष्टों की ओर से रावत को मोर्चे पर लगाया गया है।
रावत ने सोमवार को असंतुष्ट नेताओं का संदेश लेकर आडवाणी से मुलाकात की थी। सूत्रों के मुताबिक रावत ने मुख्यमंत्री खंडूरी का कच्चा चिट्ठा आडवाणी के सामने प्रस्तुत किया था और साफ-साफ कहा कि मुख्यमंत्री के कामकाज से न तो पार्टी कार्यकर्ता संतुष्ट हैं और न ही राज्य की जनता।
उल्लेखनीय है कि खंडूरी के खिलाफ राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भगतसिंह कोश्यारी के नेतृत्व में सूबे के लगभग दो दर्जन से अधिक विधायकों व मंत्रियों ने मोर्चा खोल रखा है। इन असंतुष्टों ने सोमवार को दिल्ली में पार्टी के आला नेताओं से मुलाकात की और खंडूरी को हटाने के लिए केंद्रीय नेतृत्व पर पुरजोर दबाव बनाने का प्रयास किया।
इन असंतुष्ट विधायकों व मंत्रियों ने सोमवार को पार्टी के संगठन महामंत्री रामलाल, वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी और पार्टी महासचिव अरुण जेटली से भी अलग-अलग मुलाकात की थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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