पाक में 'राजनीतिक खालीपन' ठीक नहीं : नारायणन
नई दिल्ली, 12 अगस्त (आईएएनएस)। राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ और सत्ताधारी गठबंधन के बीच जारी खींचतान के कारण पाकिस्तान में 'राजनीतिक खालीपन' आ गया है, जिसको लेकर भारत चिंतित है।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एम. के. नारायणन ने मंगलवार को प्रकाशित एक साक्षात्कार में यह बात कही।
उन्होंने कहा कि राजनीतिक खालीपन का फायदा उठाकर पाक की कट्टरपंथी ताकतें न केवल अफगानिस्तान बल्कि भारत में भी अपनी गतिविधियां तेज कर सकती हैं।
सिंगापुर के समाचार पत्र 'द स्ट्रेट्स टाइम्स' से बातचीत में नारायणन ने कहा, "हम पाकिस्तान में व्याप्त राजनीतिक खालीपन को नापसंद करते हैं। यह हमें बहुत चिंतित करने वाला है।"
उन्होंने कहा, "मुशर्रफ के खिलाफ महाभियोग चलता है या नहीं इसको लेकर भारत चिंतित नहीं है बल्कि हम यह पहचान करने में असमर्थ हैं कि पाकिस्तान में सभी स्तरों पर किसका नियंत्रण हैं।"
नारायणन ने कहा कि इस कारण पाकिस्तान में एक खालीपन पैदा हो गया है और वे चिंतित हैं। क्योंकि इससे कट्टरपंथियों को मनमानी करने की छूट मिल जाएगी।
उल्लेखनीय है कि पिछले माह काबुल में भारतीय दूतावास पर हुए हमले में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के हाथ होने संबंधी बयान सबसे पहले नारायणन ने दिया था।
नारायणन ने कहा कि हमले को लेकर भारत ने पाकिस्तान के राजनीतिक 'पदानुक्रम' को जिम्मेदार नहीं ठहराया था लेकिन उसने सूचित किया था कि हमले के पीछे आईएसआई का हाथ है।
उन्होंने कहा, "हम चाहते हैं कि पाक का राजनीतिक नेतृत्व उसके खिलाफ कार्रवाई करे।"
उन्होंने कहा कि किसी भी लोकतांत्रिक देश में अगर कोई एजेंसी राजनीतिक नेतृत्व की नीतियों के खिलाफ संचालित होती है तो एजेंसी के प्रमुख या संचालनकर्ता को परिणाम भुगतना पड़ता है। ऐसे में वे यह नहीं समझ पा रहे हैं कि पाकिस्तान में ऐसा क्यों हो रहा है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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