भारत की पहली प्राथमिकता एनएसजी, राजदूतों का सम्मेलन रद्द किया
नई दिल्ली, 12 अगस्त (आईएएनएस)। परमाणु आपूर्तिकर्ता देशों के समूह (एनएसजी) की विएना में होने वाली बैठक को पहली प्राथमिकता में रखते हुए विभिन्न देशों के भारतीय राजदूतों के 20 अगस्त से होने तीन दिवसीय सम्मेलन को रद्द कर दिया गया है।
आधिकारिक रूप से अभी यही कहा जा रहा है कि यह बैठक स्थगित की गई है और इसके लिए आगामी किसी तिथि की घोषणा नहीं की गई है।
राजदूतों की इस बैठक में भाग लेने के लिए 126 देशों के भारतीय राजदूत एवं उच्चायुक्तों का यह अपनी तरह का अनोखा कार्यक्रम था जिसमें देश की विदेश नीति पर चर्चा की जानी थी।
एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, "सब की निगाहें अब 21 अगस्त को विएना में होने वाली एनएसजी की बैठक पर लगी हुई हैं। इस समय वह हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है।"
विदेश मंत्रालय द्वारा समय-समय पर क्षेत्रीय राजदूतों तथा उच्चायुक्तों के साथ बातचीत करने की परंपरा रही है लेकिन पहली बार ऐसा आयोजन प्रस्तावित था जिसमें दुनिया भर के दूतावास-प्रमुखों को शीर्ष नेताओं से बातचीत करनी थी।
राजधानी के विज्ञान भवन में प्रस्तावित इस कार्यक्रम में राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और विदेश मंत्री प्रणब मुखर्जी द्वारा इस सम्मेलन को संबोधित किए जाने का कार्यक्रम था।
गौरतलब है कि 45 सदस्यों वाले एनएसजी की विएना में 21 अगस्त को होने वाली बैठक में इस पर चर्चा की जाएगी कि क्या भारत के साथ असैन्य परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम पर लगे प्रतिबंध को हटा लिया जाए। भारत इस समूह का सदस्य नहीं है लेकिन इस मुद्दे पर समूह की सहमति भारत-अमेरिका परमाणु समझौते की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए आवश्यक है।
सूत्रों के मुताबिक अभी भी कुछ देश भारत को ऐसी छूट दिए जाने के खिलाफ हैं लेकिन अधिकांश देशों ने इस मुद्दे पर अपनी सहमति दे दी है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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