'मुशर्रफ के खिलाफ महाभियोग की कार्यवाही अगले सप्ताह शुरू हो सकती है' (लीड-1)
इस्लामाबाद, 12 अगस्त (आईएएनएस)। पाकिस्तान की सूचना एवं प्रसारण मंत्री शेरी रहमान ने मंगलवार को कहा कि देश का सत्तारूढ़ गठबंधन राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के खिलाफ महाभियोग की कार्यवाही अगले सप्ताह शुरू कर सकता है।
रहमान ने संवाददाताओं को बताया, "अगले सप्ताह जब हम संसद के संयुक्त सदन में अपना प्रस्ताव रखेंगे उस समय हमारे पास मुशर्रफ पर महाभियोग चलाने के लिए और अधिक संख्या में मत उपलब्ध होंगे।"
गठबंधन में शामिल पार्टियों ने गुरुवार को घोषणा की थी कि वे मुशर्रफ के खिलाफ महाभियोग चलाएंगे।
पश्चिमोत्तर सीमांत प्रांत की प्रांतीय असेंबली में मंगलवार को एक प्रस्ताव पारित कर मांग की गई कि मुशर्रफ सदन में विश्वास मत हासिल करें। ऐसा ही एक प्रस्ताव देश के पंजाब राज्य में भी पारित किया गया।
अनुमान लगाया जा रहा है कि शेष दो प्रांत सिंध और बलूचिस्तान द्वारा भी ऐसा ही किए जाने की संभावना है।
यद्यपि इन प्रस्तावों की कोई संवैधानिक मान्यता नहीं है लेकिन माना जा रहा है कि इससे राष्ट्रपति पर नैतिक दबाव पड़ेगा।
पाकिस्तान के संविधान के अनुसार राष्ट्रपति पर महाभियोग चलाने संबंधी प्रस्ताव लाने से पहले नेशनल असेंबली अथवा संसद के कम से कम आधे सदस्यों को एक लिखित नोटिस जारी करना होता है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार नोटिस पाने के तीन दिन के भीतर नेशनल असेंबली का स्पीकर इसकी एक प्रति राष्ट्रपति को भेजेगा और कम से कम सात से 14 दिनों के भीतर दोनों सदनों का एक संयुक्त सत्र आहूत करेगा।
जब यह संयुक्त सदन राष्ट्रपति पर लगाए गए आरोपों की जांच शुरू करेगी तो राष्ट्रपति को सदन में मौजूद रहने का अधिकार होगा। अगर जांच के बाद राष्ट्रपति को दोषी पाया तो उन्हें पद पर नहीं रहने दिया जाएगा।
इस बीच पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के सह अध्यक्ष आसिफ अली जरदारी ने कहा है कि राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ मात खा चुके हैं और महाभियोग की राह पर 'आज अकेले पड़ गए हैं'।
जरदारी ने सोमवार को सिंध असेंबली में पार्टी के सदस्यों के साथ बैठक में कहा, "हमारी राजनीतिक रणनीतियों की वजह से मुशर्रफ आज एकदम अकेले पड़ गए हैं, क्योंकि हम अंतर्राष्ट्रीय बिरादरी को यह संदेश देने में कामयाब रहे हैं कि पाकिस्तान में स्थायित्व तानाशाही से नहीं, केवल वास्तविक लोकतंत्र के माध्यम से संभव है।"
पीपीपी को उम्मीद है कि पूर्व मंत्री आफताब शेरपाओ सोमवार को नेशनल असेंबली में पेश किए गए महाभियोग प्रस्ताव का समर्थन करेंगे।
समाचार पत्र 'डॉन' ने पीपीपी के नेता के हवाले से कहा है,"हम शेरपाओ के लगातार संपर्क में बने हुए हैं। हमें उम्मीद है कि उनकी पार्टी के सदस्य महाभियोग प्रस्ताव में राष्ट्रपति मुशर्रफ के खिलाफ मत देंगे।"
शेरपाओ फरवरी चुनावों में हार का स्वाद चखने वाली पाकिस्तान मुस्लिम लीग-क्यू सरकार में गृहमंत्री थे।
समाचार पत्र के मुताबिक शेरपाओ से संपर्क किए जाने पर उन्होंने कहा कि महाभियोग प्रस्ताव पर उनकी पार्टी का रुख अभी तय नहीं है, लेकिन उन्होंने मुशर्रफ के खिलाफ जाने का संकेत देते हुए उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी लोकतंत्र के पक्ष में वोट देगी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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