बीजिंग ओलंपिक : ओलंपिक ने चीनी सुरक्षा व्यवस्था को अंतर्राष्ट्रीय स्तर का बनाया
बीजिंग, 10 अगस्त (आईएएनएस)। बीजिंग ओलंपिक खेलों का उद्घाटन समारोह बिना किसी बाधा के सम्पन्न होने के बाद सुरक्षा उपायों की सराहना हो रही है लेकिन कुछ आलोचक सुरक्षा प्रबंधों को काफी अधिक बता रहे हैं।
एक विदेशी सुरक्षा सलाहकार ने कहा कि चीन में अब कानून लागू करने की प्रणाली अंतर्राष्ट्रीय मापदंडों के काफी नजदीक है।
आस्ट्रेलिया स्थित इंटेलीजेंस रिस्क्स के मुख्य कार्यकारी नेल फरगुस ने कहा कि चीन में मीडिया के साथ सुरक्षा व्यवस्था लागू करने की नीति में काफी नाटकीय बदलाव आया है। सात वर्ष पहले जब वे यहां आए थे तो चीनी अधिकारियों का कहना था वे प्रदर्शनकारियों को ही नहीं बल्कि पत्रकारों को भी हिरासत में ले लेंगे।
लेकिन इस बार पत्रकारों और पुलिसकर्मियों के बीच मामूली विवाद हुए। अंतिम समय में टिकटों की बिक्री की कवरेज करने का प्रयास कर रहे हांगकांग के एक पत्रकार को पुलिसकर्मियों ने धक्का दे दिया।
टिकट स्थल से पुलिस द्वारा जबरन बाहर निकाले गए लोगों द्वारा किए जा रहे विरोध प्रदर्शनों को कवर कर रहे कुछ पत्रकारों से भी पुलिस की झड़प हुई।
लेकिन फरगुस का मानना है खेलों की सुरक्षा के लिए चीन द्वारा उनकी कंपनी की सेवाएं लेने के बाद से सुरक्षा के बारे में चीनी नजरिए में काफी बदलाव आया है।
बीजिंग ओलंपिक से जुड़े अधिकारियों ने एथेंस ओलंपिक 2004 के सुरक्षा उपायों का जायजा लेने के लिए काफी बड़ा दल वहां भेजा था। उन्होंने जर्मनी के 2006 फुटबाल विश्व कप और टूर डी फ्रांस में भी ऐसा ही दल भेजा था। इससे उनको यह सीखने में सहायता मिली कि कैसे विदेशी सुरक्षा कर्मचारी सुरक्षा और खेलों के लिए आनंददायक माहौल बनाए रखने के बीच संतुलन बनाते हैं।
बीजिंग की सुरक्षा प्रणाली में सबसे अधिक बदलाव तकनीक के उपयोग से आया है। सात वर्ष पहले वहां कोई हेलीकाप्टर नहीं था। लेकिन अब हेलीकाप्टर, यातायात व्यवस्था के उन्नत उपकरण, कैमरे आदि सभी शामिल हैं।
बीजिंग ओलंपिक में सुरक्षा के लिए सबसे अधिक चिंता सरकार विरोधी प्रदर्शनों और उइगर मुसलमानों के संगठन ईस्ट तुर्किस्तान इस्लामिक मूवमेंट से है। यह संगठन चीन के झिंजियांग प्रांत में एक अलग राज्य की स्थापना करना चाहता है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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