नेपाल में सरकार न बन पाने के लिए माओवादियों ने भारत को दोषी ठहराया
काठमांडू, 10 अगस्त (आईएएनएस)। नेपाल में राष्ट्रपति द्वारा दो बार समय दिए जाने के बावजूद सरकार बनाने में असफल माओवादियों ने इस स्थिति के लिए भारत को जिम्मेदार ठहराना शुरू कर दिया है।
काठमांडू, 10 अगस्त (आईएएनएस)। नेपाल में राष्ट्रपति द्वारा दो बार समय दिए जाने के बावजूद सरकार बनाने में असफल माओवादियों ने इस स्थिति के लिए भारत को जिम्मेदार ठहराना शुरू कर दिया है।
स्थानीय विकास मंत्री देव गुरुं ग ने कहा,"साउथ ब्लाक (भारतीय विदेश मंत्रालय) के संरक्षण में प्रतिगामी शक्तियां हमारी पार्टी को अलग-थलग करने का प्रयास कर रही हैं।"
माओवादी नेता ने कहा कि कार्यवाहक प्रधानमंत्री गिरिजा प्रसाद कोइराला और उनकी नेपाली कांग्रेस पार्टी के षड्यंत्र के कारण अन्य बड़े दलों के समर्थन से उनकी पार्टी आम सहमति की सरकार बनाने में सफल नहीं हो पा रही है।
उन्होंने कहा कि नेपाली कांग्रेस शांति प्रक्रिया भंग करना चाहती है और उसे भारत सरकार का समर्थन हासिल है। माओवादी पिछले चार महीने से कार्यवाहक प्रधानमंत्री कोइराला के साथ सत्ता साझेदारी विवाद को नहीं सुलझा पाने के कारण सरकार बनाने में असफल रहे हैं।
परंपरागत रूप से रक्षा मंत्रालय प्रधानमंत्री के पास रहता है लेकिन कोइराला इसे अपनी पार्टी के पास रखना चाहते हैं। माओवादियों ने उनकी इस मांग को अस्वीकार कर दिया है। इससे राष्ट्रपति रामबरन यादव द्वारा दो बार समय दिए जाने के बावजूद आम सहमति से कोई सरकार नहीं बन सकी।
नेपाली कांग्रेस का कहना है कि रक्षा मंत्रालय उसके पास रहने से माओवादियों के नेतृत्व वाली सरकार में शक्ति संतुलन बना रहेगा।
नेपाली कांग्रेस के नेता और शांति और पुनर्निर्माण मंत्री रामचंद्र पौडेल ने कहा,"हमारा रूख व्यक्तिगत लाभ के लिए नहीं वरन शांति और लोकतंत्र के लिए है।"
चारों प्रमुख दलों के बीच सहमति कायम होने में असफलता के बाद राष्ट्रपति ने रविवार को औपचारिक रूप से संविधान सभा से -जो अंतरिम संसद का भी कार्य कर रही है- नए प्रधानमंत्री के चुनाव के लिए कदम उठाने को कहा है।
माओवादियों के सामने 595 सदस्यीय संविधान सभा में एक बार बहुमत जुटाने की चुनौती है। 227 सीटों के साथ सबसे बड़ा दल होने के बावजूद वे राष्ट्रपति के चुनाव में नेपाली कांग्रेस, नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी एकीकृत मार्क्सवादी-लेनिनवादी और मधेशी जनाधिकार फोरम गठबंधन से पराजित हो गए थे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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