बुश के बीजिंग में चर्च दौरे पर विवाद
बीजिंग, 10 अगस्त (आईएएनएस)। चीनी सरकार की अनुमति पर अमेरिकी राष्ट्रपति जार्ज बुश ने यहां के एक विवादित चर्च का दौरा किया है। राष्ट्रपति के इस दौरे की अमेरिकी ईसाई समूहों ने निंदा की है।
'कुआंजी प्रोटेस्टेंट चर्च' में बुश और उनकी पत्नी लारा ने करीब एक घंटे का समय बिताया। चर्च के अधिकारियों के अनुसार बुश ने करीब 400-500 लोगों के साथ प्रार्थना में भाग लिया। बुश ने प्रार्थना सभा को संबोधित नहीं किया।
चर्च से निकलने के बाद बुश ने कहा कि अपनी पत्नी के साथ बीजिंग में उन्होंने प्रार्थना का आनंद उठाया। ईश्वर सर्वव्यापी है और किसी राज्य, महिला या पुरुष को धर्म के प्रति अपने प्रेम से भयभीत नहीं होना चाहिए।
चर्च के अधिकारियों के अनुसार बुश के आगमन के लिए सुरक्षा के अतिरिक्त कोई अन्य विशेष प्रबंध नहीं किया गया था।
बुश के चर्च दौरे से पहले अमेरिका स्थित चीन समर्थक ईसाई समूह 'चीन सहायता संघ' ने कहा था कि सरकार द्वारा संचालित कुआंजी चर्च के माध्यम से चीन विश्व को यह दिखाना चाहता है कि वहां ईसाइयों का दमन नहीं किया जा रहा है।
कुआंजी चर्च से देश के सभी छोटे चर्च जुड़े हैं। इन सभी चर्चो में सरकार द्वारा प्रशिक्षित पादरी नियुक्त किए जाते हैं।
चीन में आधिकारिक तौर पर ईसाइयों की संख्या 1.6 करोड़ है। लेकिन कहा जा रहा है कि गैर आधिकारिक तौर पर वास्तविक संख्या चार करोड़ है।
चीन में प्रत्येक धार्मिक संगठन को सरकारी कार्यालय में पंजीकरण करवाना अनिवार्य है। लेकिन कई ईसाई समूह इससे यह कहते हुए इनकार करते हैं कि इससे उनकी धार्मिक स्वतंत्रता का हनन होता है। चीन सरकार ऐसी संस्थाओं के संचालकों को गिरफ्तार करके उन पर आपराधिक मुकदमा चलाती है। जिन स्थानों पर ये संस्थाएं संचालित होती हैं उनको ध्वस्त कर दिया जाता है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।