बीजिंग ओलंपिक : भारत के लिए अच्छा नहीं रहा पहला दिन (राउंडअप)
बीजिंग, 10 अगस्त (आईएएनएस)। बीजिंग ओलंपिक का पहला दिन भारत के लिए कुल मिलाकर अच्छा नहीं रहा। उम्मीद थी कि पहले दिन भारत को निशानेबाजी की कम से कम तीन स्पर्धाओं से अच्छी खबर मिलेगी, लेकिन नतीजा काफी हद तक इसके उलट रहा।
बीजिंग में पदक के सबसे प्रबल दावेदार माने जा रहे निशानेबाज अपने लक्ष्य से भटक गए, लेकिन व्यक्तिगत स्पर्धाओं में बैडमिंटन खिलाड़ी सायना नेहवाल, मुक्केबाज विजेंदर कुमार और तीरंदाज मंगल सिंह चंपिया तथा टीम स्पर्धा में महिला तीरंदाजों ने कुछ हद तक लाज बचा ली। तैराकी में हालांकि संदीप सेजवाल की उम्मीदें भी तरणताल में डूब गईं।
सबसे पहले निशानेबाजों की बात करते हैं। महिला निशानेबाज अंजलि भागवत और अवनीत कौर संधू तथा पुरुष निशानेबाज समरेश जंग जैसे दिग्गज क्वालिफाइंग राउंड से ही बाहर हो गए।
तीसरी बार ओलंपिक में शिरकत कर रहीं अंजलि महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में निराशाजनक प्रदर्शन करते हुए 393 अंकों के साथ 29वें स्थान पर रहीं। इसी स्पर्धा में संधू ने इससे भी खराब प्रदर्शन किया। वे 389 अंकों के साथ 39वें स्थान पर रहीं। चेक गणराज्य की कैटरीना इमोन्स ने 400 में से 400 अंक हासिल करते हुए बीजिंग ओलंपिक का पहला स्वर्ण पदक जीता।
पुरुष वर्ग में जंग ने भी निराश किया। वे 48 खिलाड़ियों के बीच 42वें स्थान पर रहे। वर्ष 2006 के मेलबर्न राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले जंग 600 में से केवल 570 अंक हासिल कर सके। चीन के पेंग वेई ने 600 में से 586 अंक हासिल करते हुए स्वर्ण पदक जीता। अब जंग 50 मीटर पिस्टल स्पर्धा में अपनी आखिरी चुनौती पेश करेंगे।
पुरुषों की ट्रैप स्पर्धा में विश्व चैंपियन मानवजीत सिंह संधू और मानशेर सिंह पहले क्वालिफाइंग राउंड में क्रमश: 12वें और 21वें स्थान पर रहे। स्पर्धा के शेष दो क्वालिफाइंग राउंड रविवार को होंगे।
बैडमिंटन में हालांकि सायना नेहवाल ने भारत को खुशी दी। सायना ने जीत के साथ शुरुआत करते हुए दूसरे दौर में जगह बनाई।
दुनिया की 15वीं वरीयता प्राप्त खिलाड़ी सायना ने पहले दौर के मुकाबले में रूस की इला काराचकोवा को 21-9, 21-8 से पराजित किया। मात्र 28 मिनट में जीत दर्ज करने वाली सायना 32 खिलाड़ियों के दौर में ग्रेग्या लैरीस्या से भिड़ेंगी। लैरीस्या ने एग्नेस एलेग्रीनी को 21-15, 21-11 से पराजित किया। प्री-क्वार्टर फाइनल में सायना का सामना दुनिया की चौथी वरीयता प्राप्त खिलाड़ी चीन की वांग चेन से हो सकता है।
रविवार को पुरुष वर्ग में दुनिया के 29वीं वरीयता प्राप्त खिलाड़ी अनूप श्रीधर का सामना पुर्तगाल के मार्को वेसकोंसेलोस से होगा। रविवार के अन्य मुकाबलों में दक्षिण कोरिया के पार्क सुंगवान का सामना कनाडा के एंड्रयू डावेका से होना है।
मुक्केबाजी में भारत को मिश्रित सफलता मिली। एक तरफ जहां विजेंदर जीत के साथ दूसरे दौर में पहुंचने में सफल रहे, वहीं दिनेश कुमार को हार का सामना करना पड़ा।
विजेंदर 75 किलोग्राम भार वर्ग में जांबिया के मुक्केबाज जैक बादाउ को पराजित करके दूसरे दौर में पहुंच गए, लेकिन 81 किलोग्राम भार वर्ग में दिनेश अल्जीरिया के मुक्केबाज अबदेलहाफिद बेंचाब्ला से हार गए। विजेंदर ने शानदार प्रदर्शन करते हुए बादाउ को 13-2 से पराजित किया। एशियाई चैंपियनशिप में रजत पदक जीत चुके 22 साल के विजेंदर का अगले दौर में थाईलैंड के अंगकान चोंपूहुआंग के साथ सामना होगा। अंगकान 2002 के बुसान एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता हैं।
दूसरी ओर, बीजिंग ओलंपिक में हिस्सा ले रहे देश के एकमात्र पुरुष तीरंदाज चंपिया ने चमकदार प्रदर्शन करते हुए रैंकिंग राउंड में दूसरा श्रेष्ठ स्कोर हासिल किया, जबकि व्यक्तिगत रैंकिंग में अच्छा प्रदर्शन करने से चूकने वाली महिला तीरंदाजों ने संयुक्त प्रयास के तहत अंतिम आठ में जगह बना ली।
पुरुषों की व्यक्तिगत रैंकिंग स्पर्धा में चंपिया ने 678 अंक हासिल किए। वे 679 अंक हासिल करने वाले मैक्सिको के तीरंदाज जुआन रेने सेरानो से केवल एक अंक के अंतर से पिछड़ गए। दोहा एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीतने वाले चंपिया ने शानदार प्रदर्शन करते हुए सेरानो की तुलना में कहीं अधिक बुल्स आई हिट लगाए। सेरानो ने जहां 40 बार बुल्स आई हिट किया, वहीं चंपिया ने 41 बार इस पर निशाना साधा।
चंपिया का यह प्रदर्शन हालांकि नॉक-आउट राउंड में जरा भी मायने नहीं रखेगा। वहां उन्हें नए सिरे से प्रदर्शन करना होगा। 32 खिलाड़ियों के दौर में उनका सामना ईरान के वेइजी होजातोलाह से होगा।
महिला तीरंदाजी टीम छठे स्थान पर रही। इस स्थान पर आने के कारण भारतीय टीम को 16 टीमों के राउंड में बाई मिल गया, जिससे वह सीधे क्वार्टर फाइनल में पहुंच गई। क्वार्टर फाइनल में भारत का सामना चीन से होगा।
तीरंदाजी में व्यक्तिगत प्रदर्शन की बात की जाए तो लैशराम बांबेला देवी रैंकिंग स्पर्धा में 22वें स्थान पर रहीं, जबकि डोला बनर्जी 31वें स्थान पर रहीं। वी. प्रनीथा ने 64 तीरंदाजों के बीच 37वां स्थान हासिल किया। कोरिया की विश्व चैंपियन सुंग ह्यून पार्क ने 673 अंकों के साथ रैंकिंग में पहला स्थान हासिल किया।
मणिपुर की बांबेला ने नौ बुल्स आई हिट और 22 टेन-प्वाइंटरों के साथ कुल 637 अंक हासिल किए। पहली बार ओलंपिक में शिरकत कर रहीं बांबेला मंगलवार को व्यक्तिगत स्पर्धा के पहले राउंड में दुनिया की 43वीं वरीयता प्राप्त तीरंदाज पोलैंड की इवोना मारसिंकेविज से भिड़ेंगी।
डोला ने आठ बुल्स आई हिट और 20 टेन-प्वाइंटरों के साथ कुल 633 अंक हासिल किए। पहले नॉक-आउट राउंड में डोला का सामना कनाडा की मैरी पीयर ब्यूडेट से होगा। प्रनीथा ने तीन बुल्स आई हिट और 18 टेन-प्वाइंटर के साथ कुल 627 अंक हासिल किए। वे अपने पहले नॉक-आउट मैच में आस्ट्रेलिया की जेनी वॉलर से भिड़ेंगी।
पदक की दौड़ में बने रहने के लिए भारतीय खिलाड़ियों को अपने-अपने क्वार्टर फाइनल मुकाबले जीतने होंगे। हालांकि आगे होने वाले मुकाबलों के परिणाम अगर रैंकिंग के अनुसार ही रहे तो अगले दौर में भारतीयों का सामना अपने से कहीं अधिक सशक्त खिलाड़ियों से होगा।
तैराकी में सेजवाल पुरुषों की 100 मीटर ब्रेस्टस्ट्रोक स्पर्धा के लिए क्वालिफाई नहीं कर सके। व्यक्तिगत हीट के दूसरे प्रयास में हालांकि सेजवाल एक मिनट 02.19 सेकेंड समय के साथ दूसरे स्थान पर रहे, लेकिन तैराकों की तालिका में 38वें स्थान पर आने के कारण वे प्रतियोगिता से बाहर हो गए। 9 हीट के इतने ही विजेताओं के साथ कुल 16 खिलाड़ी सेमीफाइनल में पहुंचे। इनमें से आठ तैराक फाइनल के लिए क्वालिफाई करेंगे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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