मंजी को मिल ही गया पिता के नाम वाला जन्म प्रमाण पत्र
जयपुर, 9 अगस्त (आईएएनएस)। एक भारतीय महिला की कोख से जन्मी जापानी दंपत्ति की पुत्री मंजी को उसके पिता के नाम वाला जन्म प्रमाण पत्र मिल गया है। इसके साथ ही इस 16 दिन की बच्ची को जापान का पासपोर्ट मिलने की संभावनाएं बढ़ गई हैं।
जयपुर, 9 अगस्त (आईएएनएस)। एक भारतीय महिला की कोख से जन्मी जापानी दंपत्ति की पुत्री मंजी को उसके पिता के नाम वाला जन्म प्रमाण पत्र मिल गया है। इसके साथ ही इस 16 दिन की बच्ची को जापान का पासपोर्ट मिलने की संभावनाएं बढ़ गई हैं।
यह प्रमाण पत्र मंजी के जन्म स्थान, गुजरात के आनंद जिले के नगर निगम अधिकारियों ने जारी किया। प्रमाण पत्र में उसके पिता का नाम इकुफुमि यामादा लिखा गया है। मंजी इस समय जयपुर के आर्य अस्पताल में है जहां उसे जन्म के तुरंत बाद लाया गया था।
जयपुर के इस अस्पताल के संचालक संजय आर्य ने कहा, "हमें जन्म प्रमाण पत्र आज ही प्राप्त हुआ और हमने उसे अगली सलाह के लिए सर्वोच्च न्यायालय की वकील इंदिरा जयसिंह के पास भेज दिया है।"
जयसिंह के साथ काम करने वाले एक अन्य वकील महक सेठी ने आईएएनएस को बताया, "मैंने भी इस प्रमाणपत्र के बारे में सुना है लेकिन मैं इसकी पुष्टि नहीं कर सकता।"
गौरतलब है कि 25 जुलाई को मंजी के जन्म के बाद से ही विवादों ने उसका पीछा नहीं छोड़ा है।
मंजी की मुसीबतें उस समय शुरु हुईं जब उसके पिता इकुफुमि यामादा ने अपनी पत्नी युकी से तलाक ले लिया लेकिन उसके पहले उनका शुक्राणु आनंद में एक भारतीय महिला के गर्भ (किराए की कोख) में स्थापित किया जा चुका था।
इकुफुमि के टोक्यो निवासी मित्र और जयपुर के एक आभूषण निर्माता कमल विजयवर्गीय ने भारतीय महिला से संपर्क करने में उनकी मदद की थी। वही बच्ची को गुजरात में हुए धमाकों के बाद जयपुर ले गए और इकुफुमि की मां को उसकी देखभाल के लिए लाए।
गौरतलब है कि इकुफुमि बच्ची को टोक्यो ले जाने के लिए उत्सुक थे लेकिन यह तय नहीं था कि उन्हें मंजी की देखभाल का अधिकार मिल जाएगा। जन्म प्रमाण पत्र मिलने के बाद उम्मीद की जा रही है कि मंजी को जल्द ही जापान जाने का अवसर मिल जाएगा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।