अमरनाथ संघर्ष समिति सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल से वार्ता का बहिष्कार करेगी
जम्मू, 9 अगस्त (आईएएनएस)। श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड को आवंटित भूमि वापस लिए जाने के खिलाफ संघर्षरत अमरनाथ यात्रा संघर्ष समिति (एवाईएसएस) ने शनिवार को केंद्रीय गृहमंत्री शिवराज पाटिल की अध्यक्षता वाले सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल से बातचीत नहीं करने की घोषणा की।
जम्मू, 9 अगस्त (आईएएनएस)। श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड को आवंटित भूमि वापस लिए जाने के खिलाफ संघर्षरत अमरनाथ यात्रा संघर्ष समिति (एवाईएसएस) ने शनिवार को केंद्रीय गृहमंत्री शिवराज पाटिल की अध्यक्षता वाले सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल से बातचीत नहीं करने की घोषणा की।
समिति ने कहा है कि वह इस प्रतिनिधिमंडल से बात नहीं करेगी, क्योंकि इसमें वे लोग शामिल हैं, जो इस भूमि विवाद के लिए "उत्तरदायी" हैं।
एवाईएसएस के अध्यक्ष लीला करन शर्मा ने आईएएनएस को बताया, "हमने सर्वदलीय बैठक में भाग लेकर अपने विचार रखने का फैसला किया था, लेकिन उसमें तीन प्रमुख कश्मीरी नेताओं- केंद्रीय जल संसाधन मंत्री सैफुद्दीन सोज, नेशनल कांफ्रेंस के संरक्षक फारूक अब्दुल्ला और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती की मौजूदगी ने हमें अपने फैसले पर पुनर्विचार करने और वार्ता का बहिष्कार करने के लिए विवश किया।"
उन्होंने कहा, "राज्य में जो आग लगी है, उसके लिए सोज, महबूबा और फारूक जिम्मेदार हैं। वे अपराधी हैं। हम उनसे बात कैसे कर सकते हैं।"
एवाईएसएस के प्रतिनिधियों से बात करने के लिए इस प्रतिनिधिमंडल के शनिवार को यहां पहुंचने की संभावना है। सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल को यहां भेजने का फैसला प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में बुधवार को हुई सर्वदलीय बैठक में लिया गया।
बातचीत के बहिष्कार के एवाईएसएस के
फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए एक अधिकारी ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल का कार्यक्रम फिर से तय किया जाएगा। उसके सदस्य अब जम्मू के राजनीतिक दलों से मुलाकात कर हालात का जायजा लेने की कोशिश करेंगे।
रविवार को इस प्रतिनिधिमंडल के श्रीनगर जाने का कार्यक्रम है, जहां शुक्रवार को हुए प्रदर्शनों में कई पुलिसकर्मी और प्रदर्शनकारी घायल हो गए थे।
श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड भूमि विवाद को लेकर पिछले पांच हफ्तों से जारी प्रदर्शनों में अब तक कम से कम 15 लोग मारे जा चुके हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
*