अमरनाथ विवाद : कर्फ्यू के बीच सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल जम्मू पहुंचा (लीड-1)
जम्मू, 9 अगस्त (आईएएनएस)। अमरनाथ भूमि विवाद पर चर्चा के लिए केंद्रीय गृहमंत्री शिवराज पाटिल के नेतृत्व में 18 सदस्यीय सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल शनिवार को कर्फ्यू के बीच जम्मू पहुंचा।
प्रतिनिधिमंडल के सदस्य पिछले पांच सप्ताहों से राज्य में अशांति का कारण बने अमरनाथ भूमि विवाद का हल का खोजने का प्रयास करेंगे। इसके चलते हुए विरोध प्रदर्शनों और झड़पों में अब तक कम से कम 15 लोग मारे जा चुके हैं।
इस प्रतिनिधिमंडल में भारतीय जनता पार्टी के अरूण जेटली समेत प्रमुख राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि शामिल हैं। लेकिन अमरनाथ यात्रा संघर्ष समिति (एवाईएसएस) द्वारा केंद्रीय प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात करने से इंकार कर देने के लिए बातचीत में पहले से ही गतिरोध उत्पन्न हो गया है।
एवाईएसएस ने कहा है कि वह इस प्रतिनिधिमंडल से बात नहीं करेगी, क्योंकि इसमें वे लोग शामिल हैं, जो इस भूमि विवाद के लिए "उत्तरदायी" हैं। एवाईएसएस के अध्यक्ष लीला करन शर्मा ने आईएएनएस को बताया, "हमने सर्वदलीय बैठक में भाग लेकर अपने विचार रखने का फैसला किया था, लेकिन उसमें तीन प्रमुख कश्मीरी नेताओं- केंद्रीय जल संसाधन मंत्री सैफुद्दीन सोज, नेशनल कांफ्रेंस के संरक्षक फारूक अब्दुल्ला और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती की मौजूदगी ने हमें अपने फैसले पर पुनर्विचार करने और वार्ता का बहिष्कार करने के लिए विवश किया।"
उन्होंने कहा, "राज्य में जो आग लगी है, उसके लिए सोज, महबूबा और फारूक जिम्मेदार हैं। वे अपराधी हैं। हम उनसे बात कैसे कर सकते हैं।"
राज्य सरकार के एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि बातचीत के कार्यक्रम में फेरबदल किया गया है। प्रतिनिधिमंडल के सदस्य अब पहले जम्मू की राजनीतिक पार्टियों, चाहे वे राष्ट्रीय या क्षेत्रीय, के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगे। उसके बाद शाम चार बजे वे मीडिया को इस बारे में जानकारी देंगे।
सर्वदलीय बैठक के मद्देनजर सेना ने सख्ती से निषेधाज्ञा कड़ाई से लागू कर रखी है। पिछले तीन दिनों में ऐसा पहली बार हुआ है, जब कर्फ्यू में एक मिनट की भी ढील नहीं दी गई। अधिकारी ने बताया, "हम कोई परेशानी नहीं चाहते।"
प्रशासन की आश्ांका की वजह पिछले सप्ताह की वह घटना है, जब प्रदर्शनकारियों ने फारूक तथा महबूबा के यहां पहुंचने पर हवाई अड्डे और राजभवन की घेराबंदी कर दी थी। दोनों नेता राज्यपाल एन.एन. वोहरा के साथ सर्वदलीय बैठक में शिरकत के लिए आए थे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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