अमरनाथ विवाद : एक देश में दो मापदंड नहीं चलेंगे : आडवाणी (लीड-1)
नई दिल्ली, 9 अगस्त (आईएएनएस)। अमरनाथ के मुद्दे पर आक्रामक रुख अख्तियार करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शीर्ष नेता लालकृष्ण आडवाणी ने शनिवार को केंद्र सरकार पर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि जम्मू में चल रहा संघर्ष सिर्फ जम्मूवासियों का नहीं, बल्कि पूरे भारतवासियों का संघर्ष है और यह संघर्ष सरकार के दोहरे मापदंड के खिलाफ है। उन्होंने कहा, "एक देश में दो मापदंड नहीं चलेंगे। भाजपा इसे बिल्कुल चलने नहीं देगी।"
नई दिल्ली, 9 अगस्त (आईएएनएस)। अमरनाथ के मुद्दे पर आक्रामक रुख अख्तियार करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शीर्ष नेता लालकृष्ण आडवाणी ने शनिवार को केंद्र सरकार पर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि जम्मू में चल रहा संघर्ष सिर्फ जम्मूवासियों का नहीं, बल्कि पूरे भारतवासियों का संघर्ष है और यह संघर्ष सरकार के दोहरे मापदंड के खिलाफ है। उन्होंने कहा, "एक देश में दो मापदंड नहीं चलेंगे। भाजपा इसे बिल्कुल चलने नहीं देगी।"
भाजापा की युवा शाखा भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) द्वारा राजधानी के रामलीला मैदान में आयोजित युवा क्रांति रैली को संबोधित करते हुए आडवाणी ने कहा, "केंद्र की मौजूदा सरकार भारत विरोधी ताकतों के खिलाफ आसानी से झुक गई लेकिन उसकी नजर में हिन्दुओं व उनकी न्यायपूर्ण मांगों के लिए कोई स्थान नही है। इसलिए जम्मू आज ज्वालामुखी बन गया है। जम्मू में जारी संघर्ष केवल जम्मूवासियों का नहीं है, बल्कि पूरे भारतवासियों को संघर्ष है।"
उन्होंने कहा, "जम्मू का संघर्ष सिर्फ 100 एकड़ भूमि का नहीं है। यह संघर्ष दोहरे मापदंड के खिलाफ है। अलगाववादी मानसिकता के खिलाफ है। लगभग 60 साल पहले श्यामाप्रसाद मुखर्जी ने इसी मानसिकता के खिलाफ संघर्ष चलाया था और 'एक देश में दो विधान, दो निशान नहीं चलेंगे, नहीं चलेंगे' का नारा दिया था।"
आडवाणी ने कहा, "आज एक बार फिर कहने का वक्त आ गया है कि एक देश में दो मापदंड नहीं चलेंगे, नहीं चलेंगे। भाजपा इसे किसी भी सूरत में नहीं चलने देगी, भले ही इसके लिए कुछ भी कुर्बानी क्यों न देनी पड़े।"
उन्होंने कहा कि कांग्रेस और कुछ अन्य दलों को यह लगने लगा है कि हिन्दू विरोधी मानसिकता से उन्हें राजनीतिक लाभ मिलेगा। कश्मीर की घटनाओं के पीछे यही हिन्दू विरोधी मानसिकता थी। राम सेतु के मुद्दे पर भी कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों ने इसी प्रकार की मानसिकता का परिचय दिया।
उन्होंने कहा कि यदि केंद्र में हमारी सरकार बनी तो हम भारत के सभी तीर्थस्थलों पर सुविधा व सुरक्षा के प्रबंध को सुधारने के लिए वृहद योजना शुरू करेंगे।
संप्रग सरकार को देश के लिए खतरा बताते हुए आडवाणी ने आक्रामक अंदाज में कहा, "यह सरकार कितनी नकारा है इसका अंदाजा इसी से लगता है कि हाल ही में एक न्यायाधिकरण ने आंतकवादी गतिविधियों में लिप्त स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट आफ इंडिया (सिमी) के ऊपर लगाए गए प्रतिबंध को यह कहते हुए हटा दिया कि उसे राष्ट्र विरोधी घोषित करने के लिए सरकार ने पर्याप्त सबूत नहीं दिए।"
संसद का सत्र न बुलाए जाने के लिए सरकार पर प्रहार करते हुए आडवाणी ने कहा, "संसद को लांछित करके, सांसदों की खरीद फरोख्त करके वह सदन में किस मुंह से आ सकती है।" उन्होंने कहा कि संसद का सत्र न बुलाना संसद का अपमान और लोकतंत्र की अवहेलना है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।