खाद्यान्न संकट और गरीबी से निपटेगा दक्षेस
श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में हाल ही में संपन्न दक्षेस की 15वीं शिखर बैठक में गरीबी, खाद्य सुरक्षा और आतंकवाद के मुद्दे छाये रहे।बैठक के बाद जारी घोषणा पत्र में कहा गया कि दक्षेस के लोगों का जीवन स्तर सुधारने के लिए सामूहिक प्रयास किए जाएगे और संबद्ध देश एक दूसरे के साथ सहयोग करेंगे।
बैठक में दक्षेस के आठों सदस्यों भारत, पाकिस्तान, नेपाल, भूटान, बंगलादेश, श्रीलंका, अफगानिस्तान और मालद्वीव ने हिस्सा लिया। ईरान पर्यवेक्षक के तौर पर बैठक में शामिल हुआ।
बैठक के दौरान दक्षेस नेताओं ने कहा कि खाद्यान्न वर्तमान हालात में बहुत जरुरी है। इस मामले में सभी देशों को सहयोग करना चाहिए। इसके लिए कृषि उपज बढाने और आधुनिक प्रोद्यौगिकी के इस्तेमाल पर बल दिया गया।
दक्षेस के सदस्य देशों में आपसी सहयोग के लिए प्रत्येक देश में एक संस्था को नामित किया गया है। कृषि में सहयोग के लिए अफगानिस्तान में चलाए जा रहे कार्यक्रम को सक्रियता से लागू करने पर जोर दिया गया।
दक्षेस
में
कृषि
के
क्षेत्र
में
सहयोग
ऐसे
समय
में
हो
रहा
जब
अंतर्राष्ट्रीय
राजनीति
में
खाद्यान्न
कूटनीति
की
भूमिका
बढ़
गई
है
और
कृषि
राजनय
के
केन्द्र
में
आ
गयी
है।
इस
कार्यक्रम
में
दक्षेस
के
राजनेताओं
के
अलावा
वैज्ञानिक,
किसान,
कृषि
क्षेत्र
में
काम
कर
रहे
गैर
सरकारी
संगठन
और
कृषि
उत्पादों
से
संबद्ध
कंपनियां
हिस्सेदार
होगी।