राणे का विद्रोह अनुशासनहीनता नहीं : कांग्रेस
नई दिल्ली, 8 अगस्त (आईएएनएस)। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख से अपने मतभेदों के कारण कांग्रेस छोड़ने की धमकी दे चुके राजस्व मंत्री नारायण राणे के बारे में पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने कहा है कि उन्हें मुख्यमंत्री के खिलाफ सार्वजनिक मोर्चा नहीं खोलना चाहिए था, बल्कि पार्टी मंच पर बातचीत करना चाहिए था।
नई दिल्ली, 8 अगस्त (आईएएनएस)। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख से अपने मतभेदों के कारण कांग्रेस छोड़ने की धमकी दे चुके राजस्व मंत्री नारायण राणे के बारे में पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने कहा है कि उन्हें मुख्यमंत्री के खिलाफ सार्वजनिक मोर्चा नहीं खोलना चाहिए था, बल्कि पार्टी मंच पर बातचीत करना चाहिए था।
पार्टी प्रवक्ता शकील अहमद ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा, "दोनों के बीच यदि किसी मुद्दे पर विवाद था तो उसके बारे में पार्टी मंच पर चर्चा करनी चाहिए थी।"
उन्होंने कहा, "कैबिनेट ने यदि कोई फैसला किया है और राणे उस फैसले से सहमत नहीं थे तो उन्हें पार्टी के अंदर इस बारे में चर्चा करनी चाहिए थी न कि मीडिया में। हालांकि मीडिया में चर्चा करना अनुशासनहीनता के दायरे में नहीं आता।"
उल्लेखनीय है कि देशमुख सरकार द्वारा वीडियोकोन को जमीन दिए जाने के फैसले का राणे ने खुला विरोध किया था। राणे ने बाद में दिल्ली आकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से गुरुवार को भेंट कर देशमुख की शिकायत की थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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