टोरंटो फिल्म महोत्सव में दो भारतीय यथार्थवादी फिल्मों का प्रदर्शन
राधिक भिरानी
राधिक भिरानी
नई दिल्ली, 8 अगस्त(आईएएनएस)। 13 अगस्त से शुरू होने जा रहे टोरंटो साउथ एशियन फिल्म फेस्टिवल में भारत की दो बेहद यथार्थवादी फिल्में आकर्षण का केंद्र रहेंगी। दोनों फिल्में विचारोत्तेजक विषयों पर आधारित हैं।
ज्वलंत सामाजिक विषयों पर कई सराहनीय फिल्में बना चुके एऩ चंद्रा की फिल्म 'ये मेरा इंडिया' और अमेरिका स्थित भारतीय फिल्म निर्माता मनन सिंह कटोहोरा की फिल्म 'व्हेन किरण मेट कारेन' को इस महोत्सव में प्रदर्शित किया जाएगा। एक ओर जहां एऩ चंद्रा ने नंबर वन बनने की होड़ में लगे भारतीय खबरिया चैनलों की सनसनीखेज सुर्खियों के पीछे के सच को अपनी फिल्म के केंद्र में रखा है, वहीं कटोहोरा ने अपनी फिल्म के लिए इससे भी ज्यादा विचारोत्तेजक विषय चुना है। उन्होंने अपनी फिल्म में स्त्री समलैंगिता को केंद्र में रखा है। जाहिर है इसमें बोल्ड सीन भी होंगे।
यादगार क्राइम थ्रिलर फिल्म 'तेजाब' बनाने वाले चंद्रा समाज को प्रभावित करने वाले विषयों को अपनी फिल्मों के केंद्र में रखते रहे हैं। 'अंकुष' और 'प्रतिघात' जैसी यादगार फिल्मों के निर्माण का श्रेय भी उन्हें ही जाता है। 'ये मेरा इंडिया', जिसका नाम पहले 'ब्रेकिंग न्यूज' रखा गया था, में प्रवीण डबास, अनुपम खेर, राजपाल यादव, रजत कपूर, सारिका, सीमा बिस्वास, अतुल कुलकर्णी, पेरिजाद जोराबियन और पूरब कोहली जैसे कलाकार हैं।
चंद्रा की फिल्म के बारे में अतुल कुलकर्णी कहते हैं,"यह फिल्म मुंबई के समाज पर आधारित छह-सात कहानियों पर केंद्रित है। इस फिल्म पर हालीवुड की फिल्म 'कै्रश' का भी असर है।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।