नेपाल में सरकार गठन के लिए माओवादी
सुदेशना सरकार
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काठमांडू , 8 अगस्त (आईएएनएस)। नेपाल में अब माओवादी सरकार के गठन की संभावना काफी कम रह गई है क्योंकि सरकार निर्माण के लिए अन्य दलों का समर्थन हासिल करने में माओवादी काफी कठिनाई का सामना कर रहे हैं।
राष्ट्रपति रामबरन यादव द्वारा सरकार गठन के लिए माओवादियों को दी गई समय सीमा शुक्रवार को समाप्त होने वाली है।
अप्रैल में हुए संविधान सभा के चुनावों के बाद से ही नेपाल में राजनीतिक गतिरोध कायम है। माओवादी जहां सत्तारूढ़ नेपाली कांग्रेस से सत्ता छीनने की कोशिश कर रहे हैं वहीं नेपाली कांग्रेस सत्ता पर अपनी पकड़ कायम रखना चाहती है।
माओवादी पार्टी के प्रमुख प्रचंड चुनावों में अपनी जीत के बाद से ही प्रधानमंत्री पद की दावेदारी पेश कर रहे हैं लेकिन राष्ट्रपति द्वारा मंगलवार तक सरकार गठन के लिए निर्धारित समय सीमा के भीतर वे नई सरकार के गठन के लिए आवश्यक समर्थन जुटाने में सफल नहीं हुए।
नेपाल की तीसरी बड़ी राजनीतिक पार्टी नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी एकीकृत मार्क्सवादी-लेनिनवादी (यूएमएल) के साथ बिना गठबंधन बनाए माओवादी नेपाली कांग्रेस को मात नहीं दे सकते।
परेशान माओवादियों ने राष्ट्रपति से सरकार गठन के लिए निर्धारित समय सीमा शुक्रवार तक बढ़ाने का आग्रह किया था। लेकिन यह समय सीमा भी समाप्त होने को है और माओवादी कि सी बड़े दल के साथ सहमति कायम करने में असफल रहे हैं।
वरिष्ठ माओवादी नेता और सांसद मोहन विद्या ने कहा,"माओवादी नेतृत्व वाली सरकार के गठन की संभावना बहुत कम है।" उन्होंने 'विदेशी शक्तियों' और नेपाली कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वे माओवादी पार्टी को सत्ता में आने से रोकने के लिए षड्यंत्र कर रहे हैं।
विद्या ने कहा कि माओवादी विपक्ष में बैठ सकते हैं। अपने गिरते स्वास्थ्य के बावजूद 83 वर्षीय कार्यवाहक प्रधानमंत्री गिरिजा प्रसाद कोइराला प्रधानमंत्री बने रहना चाहते हैं।
अपने लिए समर्थन जुटाने के लिए कोइराला कई बड़ी पार्टियों के प्रमुखों से चर्चा कर रहे हैं। नई सरकार के गठन में मधेशी जनाधिकार फोरम और तराई मधेशी लोकतांत्रिक पार्टी की भूमिका महत्वपूर्ण होगी।
यदि माओवादी नई सरकार के गठन में असफल रहे तो इससे देश में नया संकट पैदा हो सकता है क्योंकि कुछ पूर्व विद्रोही नेताओं ने नए विरोध प्रदर्शन शुरू करने की चेतावनी दी है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।