नेपाल की जलविद्युत परियोजना को भारतीय कंपनी का सहारा
काठमांडू, 8 अगस्त(आईएएनएस)। भारत की अग्रणी सरकारी-निजी निवेश कंपनी पीटीसी इंडिया लिमिटेड का नेपाल की सबसे बड़ी विद्युत परियोजना में भरोसा बरकरार है और यही वजह है कि इसने इस परियोजना से ऊंची दर पर बिजली खरीदने का फैसला किया है।
काठमांडू, 8 अगस्त(आईएएनएस)। भारत की अग्रणी सरकारी-निजी निवेश कंपनी पीटीसी इंडिया लिमिटेड का नेपाल की सबसे बड़ी विद्युत परियोजना में भरोसा बरकरार है और यही वजह है कि इसने इस परियोजना से ऊंची दर पर बिजली खरीदने का फैसला किया है।
इस भारतीय कंपनी ने सुदूर-पश्चिमी नेपाल में स्थित वेस्ट सेती हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट (डब्ल्यूएसएचपी), जो देश की सबसे बड़ी जलविद्युत परियोजना है, के स्वामित्व वाली कंपनी के साथ फिर से एक करार किया है। कंपनी ने इस परियोजना से संशोधित दर पर बिजली खरीदने का फैसला किया है। तय समय सीमा से पीछे चल रही यह परियोजना वेस्ट सेती हाइड्रो लिमिटेड के अंतर्गत तैयार हो रही है।
परियोजना में विलंब होने के कारण इसकी लागत में इजाफा हो गया है। ऐसे में कंपनी को भारतीय कंपनी के साथ हुए पहले करार की समीक्षा कर फिर से करार करना पड़ा है ताकि उसे संशोधित कीमत पर बिजली बेचने का मौका मिले।
उपरोक्त नेपाली कंपनी के प्रबंध निदेशक बिल बल्टिट्यूट ने इस संवाददाता को बताया, "वर्ष 2003 में पीटीसी ने 4़ 99 सेंट प्रति यूनिट के हिसाब से बिजली खरीदने पर सहमति जताई थी। परियोजना में विलंब होने के कारण इसकी लागत 1़2 अरब डालर से बढ़कर 1़ 6 अरब डालर हो गई। इस स्थिति में पीटीसी हमसे बढ़ी हुई कीमत पर बिजली खरीदने को राजी हो गई है।" यह बिजली उत्तर भारतीय राज्यों को बेची जाएगी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।