पुलिस ने आरोपियों के आईएसआई से रिश्तों की जांच शुरू की
रामपुर, (उत्तरप्रदेश)8 अगस्त (आईएएनएस)। उत्तरप्रदेश के रामपुर जिले की पुलिस ने छह साल पहले पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ रिश्तों के आरोप में गिरफ्तार किए गए पांच व्यक्तियों की गतिविधियों की नए सिरे से जांच शुरू कर दी है।
पुलिस अधीक्षक वीर बहादुर सिंह ने बताया, "बेंगलुरू और अहमदाबाद में पिछले दिनों हुए सिलसिलेवार बम धमाकों तथा रामपुर में संवेदनशील स्थानों को निशाना बनाए जाने की धमकियों के बाद यह कदम उठाया गया है।"
आतंकवादियों ने यहां एक जनवरी को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के शिविर पर हमला कर सात जवानों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। वीर बहादुर सिंह ने कहा, "अगर उन्होंने यहां दोबारा हमला करने की जुर्रत की, तो हम उनका खात्मा कर देंगे।"
पुलिस रिकार्ड का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि जावेद मियां उर्फ गुड्ड, ताज मोहम्मद, मकसूद और मुमताज मियां को अगस्त 2002 में आईएसआई के साथ रिश्तों के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
शकील अहमद उर्फ कारी नाम के एक अन्य व्यक्ति को एक फरवरी 2003 को आईएसआई को सूचनाएं देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
शकील अहमद और मुमताज मियां को क्रमश: 2004 और 2005 को जमानत मिल गई थी, जबकि दो अन्य अभी तक जेल में हैं।
उन्होंने बताया कि स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया(सिमी) के दो सदस्यों हाशिम रजा खान और इज्जत मियां को सितंबर 2001 में भड़काऊ भाषण देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया था। हाशिम के अभी तक सिमी से रिश्ते हैं।
उन्होंने बताया कि झारखंड, बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश से बहुत से ऐसे लोग रामपुर में दाखिल हुए हैं, जिनके सिमी या आईएसआई से रिश्ते हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस सरायों और होटलों पर नजर रखे हुए हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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