नेपाल में ओलंपिक विरोधी प्रदर्शन, हजारों तिब्बती गिरफ्तार
सुदेशना सरकार
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काठमांडू, 8 अगस्त (आईएएनएस)। नेपाल की राजधानी काठमांडू में चीन के दूतावास के सामने शुक्रवार को ओलंपिक खेलों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे दो हजार से ज्यादा तिब्बतियों को गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन जल्द ही उनकी जगह अन्य युवक और युवतियों ने ले ली।
प्रदर्शनकारी चिल्ला रहे थे, "ओलंपिक का कोई अर्थ नहीं। यह ओलंपिक निष्पक्ष नहीं हैं।"
ज्यादातर प्रदर्शनकारियों ने पीले रंग के जैकेट पहन रखे थे, जिन पर 'फ्री तिब्बत' लिखा था और इसी तरह के संदेश वाली पट्टियां भी उन्होंने सिर पर बांध रखी थीं। एक प्रदर्शनकारी ने कहा, "चीन में कोई मानवाधिकार नहीं, अभिव्यक्ति की आजादी नहीं, स्वतंत्रता नहीं। हम चाहते हैं कि सभी राजनीतिक बंदियों को रिहा किया जाए।"
चीन के अधिकारियों ने नेपाल प्रशासन को ओलंपिक के उद्धाटन वाले दिन प्रदर्शनों का अंदेशा जताया था, इसलिए दूतावास के आसपास के इलाके में प्रवेश निषिद्ध कर दिया गया था और वहां रैलियों पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।
प्रतिबंधों की परवाह नहीं करते हुए सैंकड़ों तिब्बती प्रदर्शन के लिए दूतावास के सामने जुटते रहे और उन्होंने उस सड़क को मैदान ए जंग में तब्दील कर डाला। पुलिस प्रदर्शनकारियों को घसीट-घसीटकर वहां से ले जाती रही, लेकिन इसके बावजूद प्रदर्शन जारी रहे।
एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि वे प्रदर्शन जारी रखेंगे, क्योंकि उन्हें अंदेशा है कि ओलंपिक खेलों के बाद चीन तिब्बतियों का दमन बढ़ा देगा।
चीन ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कड़े कदम उठाने को कहा था,लेकिन नेपाल द्वारा महिलाओं और वृद्धि समेत तिब्बतियों पर ज्यादती की खबरों पर अमेरिका ने कड़ा ऐतराज किया, तो नेपाल को बचाव की मुद्रा अपनानी पड़ी।
पिछले महीने न्यूयार्क के एक मानवाधिकार संगठन ने खबर दी थी कि चीन सरकार के इशारे पर मार्च से जारी प्रदर्शनों के दौरान आठ हजार से ज्यादा तिब्बती प्रदर्शनकारी गिरफ्तार किए गए थे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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