मुद्रस्फीति में मामूली वृद्धि, 12 प्रतिशत से ऊपर पहुंची (लीड-2)
नई दिल्ली, 7 अगस्त (आईएएनएस)। सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद मुद्रास्फीति की दर में एक बार फिर वृद्धि दर्ज की गई है। पिछले महीने की 26 तारीख को समाप्त हुए सप्ताह के दौरान यह बढ़कर 12.01 फीसदी हो गई, जो इससे पहले के सप्ताह में 11.98 फीसदी थी। यद्यपि, वित्त मंत्रालय का कहना है कि महंगाई दर स्थिर बनी हुई है।
वाणिज्य मंत्रालय द्वारा गुरुवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित प्राथमिक वस्तुओं की कीमतों में 0.1 फीसदी की बढ़ोतरी हुई, जबकि गैर खाद्य पदार्थो की कीमतें 0.4 फीसदी बढ़ी।
इस अवधि में अंतिम सूचकांक पर आधारित वार्षिक मुद्रास्फीति की दर 9.32 फीसदी रही, जो 31 मई को समाप्त हुए सप्ताह के दौरान 8.75 फीसदी थी।
इस दौरान फरनेस ऑयल की कीमतों में वृद्धि के कारण ईंधन, बिजली और स्नेहक की कीमतें 0.2 फीसदी बढ़ गईं। विनिर्माण उत्पादों के सूचकांक में 0.1 फीसदी वृद्धि हुई जबकि रसायन और रासायनिक उत्पादों की कीमतों 0.05 में फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
वित्त मंत्रालय ने गुरुवार को जारी एक विज्ञप्ति में कहा, "मुद्रास्फीति की साप्ताहिक दर स्थिर बनी हुई है।" मंत्रालय का कहना है कि मुद्रास्फीति की ताजा दर 12.01 प्रतिशत है, जो इससे पहले के सप्ताह की दर 11.98 प्रतिशत से मामूली ज्यादा है।
उधर, आज सुबह योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया ने कहा था कि चालू वित्त वर्ष के अंत तक महंगाई की दर 10 प्रतिशत प्रति वर्ष से नीचे चली जाएगी।
हालांकि, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) बढ़ती महंगाई के पर कतरने के लिए समय-समय पर उपाय करती रही है। बाजार से तरलता सोखने के लिए केंद्रीय बैंक ने 29 जुलाई को रेपो रेट में 50 आधार अंकों यानी 0.50 प्रतिशत की और नकद आरक्षित अनुपात में 25 आधार अंक यानी 0.25 प्रतिशत की वृद्धि की थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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