12 अगस्त की रात होगी आकाश में उल्काओं की वर्षा
नई दिल्ली, 7 अगस्त (आईएएनएस)। आगामी 12 अगस्त की रात आसमान उल्काओं की बरसात से जगमगा उठेगा।
नई दिल्ली, 7 अगस्त (आईएएनएस)। आगामी 12 अगस्त की रात आसमान उल्काओं की बरसात से जगमगा उठेगा।
उल्कापिंडों की यह चमक भोर होने के ठीक पहले दिखाई देगी। उस रात 100 से अधिक उल्काएं एक साथ आकाश को रंगीन बना देंगी।
नेहरु तारामंडल की निर्देशक एन. रत्नाश्री ने आईएएनएस को बताया, "उल्कापिंडों की ऐसी बरसात अलौकिक नजारा पेश करती है। यह लंबी और धीमी रफ्तार से होने वाली घटना है। उस रात ये उल्का पिंड एक सेकंड से भी कम समय के लिए भाले के आकार में दिखेंगे। इनकी चमक बिल्कुल सामान्य तारों की भांति ही होगी।"
उन्होंने बताया कि उल्काओं का यह अद्भुत नजारा रात करीब 2 बजे से स्पष्ट दिखाई देना शुरू होगा जब चंद्रमा के न होने पर आकाश एकदम अंधकारमय होगा। ये सिलसिला भोर होने तक चलता रहेगा।
गौरतलब है कि उल्काओं की बौछार हर वर्ष 25 जुलाई से 18 अगस्त के बीच होती है लेकिन 12 अगस्त को यह अपने चरम पर होती है।
गौरतलब है कि धूमकेतु जब अपनी कक्षाओं में गति करते हैं तो वे धूल और छोटी चट्टानों का मलबा पीछे छोड़ते हुए जाते हैं। जब पृथ्वी इन धूमकेतुओं की कक्षाओं के निकट से गुजरती है तो ये छोटे पत्थर और अवय पदार्थ इसके गुरुत्वाकर्षण के कारण जल उठते हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।