ूबीजिंग आलंपिक: मोनिका के समर्थन में मणिपुर में विरोध प्रदर्शन
इंफाल, 7 अगस्त (आईएएनएस)। डोप परीक्षण में नाकाम होने के बाद महिला भारोत्तोलक लैसराम मोनिका देवी को बीजिंग जाने वाले भारतीय ओलंपिक दल से निकाले जाने के विरोध में सैकड़ों मणिपुरी खिलाड़ियों ने गुरुवार को मुख्यमंत्री आवास के सामने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।
विरोध का स्वर इतना मुखर था कि प्रदर्शकारियों पर नियंत्रण पाने के लिए पुलिस को आंसूगैस के गोले दागने के साथ-साथ लाठीचार्ज भी करना पड़ा।
पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि एक रैली की शक्ल में आए लगभग 5000 खिलाड़ियों ने मुख्यमंत्री आवास में जबरन घुसने का प्रयास किया। पुलिस ने जब उन्हें रोकना चाहा तो वे उग्र हो गए। प्रवक्ता ने कहा, "स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए हमने आंसूगैस के गोले दागे और हल्का बल प्रयोग भी किया। स्थिति सामान्य हो चुकी है और किसी के घायल होने की खबर नहीं है।"
बाद में अधिकारियों ने पांच प्रदर्शनकारियों को मुख्यमंत्री से मिलने की इजाजत दे दी। एक प्रदर्शनकारी ने कहा, "हम चाहते हैं कि मामले की गंभीरतापूर्वक जांच कराई जाए। साथ ही मणिपुर सरकार भी इसमें हस्तक्षेप करे, जिससे कि मोनिका देवी को भारतीय दल में शामिल किया जा सके।"
इस बीच, मोनिका के परिवारवालों तथा स्थानीय निवासियों ने कहा है कि एक गंभीर षड़यंत्र के तहत पूर्वोत्तर की इस खिलाड़ी को बदनाम किया जा रहा है।
मोनिका के पिता एल. नवचंद्र सिंह ने आईएएनएस को बताया, "मेरी बेटी को बदनाम करने और किसी अन्य खिलाड़ी को आगे लाने के लिए षड़यंत्र रचा गया है। हम चाहते हैं कि विश्व डोपिंग निरोधी संस्था (वाडा) इस मामले की पुष्टि करे। साथ ही हम चाहते हैं कि मोनिका के नमूनों का बीजिंग में जांच किया जाए।"
मोनिका राज्य के विष्णुपुर जिले के पोस्टांगबाम नाकोउ गांव की निवासी हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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