सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश ने किया न्यायपालिका के खिलाफ सुनवाई से इनकार (लीड-1)
नई दिल्ली, 7 अगस्त (आईएएनएस)। भ्रष्ट न्यायाधीशों को बचाने के आरोपों से दुखी होकर सर्वोच्च न्यायालय के दूसरे सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश ने आज न्यायपालिका के खिलाफ भ्रष्टाचार के एक मामले की सुनवाई से इनकार कर दिया।
गाजियाबाद न्यायालय में भ्रष्टाचार से जुड़े मामले की सुनवाई कर रही खंडपीठ से न्यायमूर्ति बी.एन.अग्रवाल ने खुद को अलग कर लिया। यह मामला गाजियाबाद जिला अदालत के कुछ वर्तमान और सेवानिवृत्त न्यायाधीशों पर वर्ष 2001 से 07 के बीच अवैध तरीके से निकाली गई सात करोड़ रुपये की रकम से लाभ अर्जित करने से जुड़ा हुआ है।
न्यायमूर्ति अग्रवाल ने यह कदम पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री और वरिष्ठ वकील शांति भूषण के उन आरोपों के बाद उठाया जिनमें उन्होंने कहा था कि सर्वोच्च न्यायालय भ्रष्ट न्यायाधीशों को बचा रहा है।
यद्यपि खंडपीठ के दो अन्य न्यायाधीशों, न्यायमूर्ति वी.एस. सिरपुरकर और न्यायमूर्ति जी.एस. सिंघवी ने भी इस मामले की सुनवाई से अलग होने से इनकार कर दिया। इसके बाद न्यायमूर्ति अग्रवाल ने इसे आगे की कार्यवाही के लिए मुख्य न्यायाधीश के.जी. बालाकृष्णन के पास भेज दिया।
खंडपीठ पिछले गुरुवार से इस मामले की सुनवाई कर रही थी। बुधवार को वरिष्ठ अधिवक्ता अनिल बी. दीवान द्वारा बहस खत्म किए जाने के बाद शांति भूषण ने जिरह शुरू की। भूषण के आरोपों से चिढ़कर न्यायमूर्ति अग्रवाल ने मामले की सुनवाई करने से इनकार कर दिया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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