जल्द बुलाया जाय संसद का मानसून सत्रः आडवाणी
आडवाणी ने कहा मानसून सत्र का अपना महत्व है। लेकिन ऐसा लग रहा है कि इस बार मानसून सत्र बुलाने की संभावना कम ही है। हालांकि सरकार इसे बुलाने की घोषणा कर चुकी है।
नवनिर्मित छत्तीसगढ़ सदन का यहां उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा मैं सरकार से मांग करता हूं कि जितना शीघ्र संभव हो संसद का मानसून सत्र बुलाया जाय जिससे कि देश के सामने खड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जा सके।
इन मुद्दों में आतंकवाद और जम्मू कश्मीर की स्थिति अमरनाथ श्राईन बोर्ड भूमि विवाद आंदोलन और मंहगाई शामिल है। सरकार ने पहले मानसून सत्र की संभावित तिथि 11 अगस्त घोषित की थी। लेकिन बाद में इसे स्थगित करने का फैसला किया। मगर किसी नई तिथि की घोषणा अभी तक नहीं की गई है।
सूत्रों ने बताया कि सरकार चाहती है कि नोट के बदले वोट घोटाले का मामला शांत नहीं होने तक संसद सत्र चल पाना मुशिकल होगा। इसलिए वह मामला ठंडा पड़ने तक प्रतीक्षा करना चाहती है।
यह
भी
कहा
जा
रहा
है
कि
विश्वास
मत
में
सरकार
की
नैया
पार
लगाने
में
मदद
करने
वाले
झारखंड
मुक्ति
मोर्चा
के
नेताओं
को
कैबिनेट
में
शामिल
करने
और
समाजवादी
पार्टी
के
साथ
आगामी
लोकसभा
चुनाव
में
उत्तर
प्रदेश
की
सीटें
शेयर
करने
जैसे
मामले
तय
होने
का
भी
सरकार
इंतज़ार
कर
रही
है।