अपराध पीड़ितों की मदद करेंगी सलाहकार समितियां
भोपाल, 6 अगस्त (आईएएनएस)। मध्यप्रदेश में अपराध पीड़ित लोगों की मदद और उनके मानवाधिकारों के संरक्षण के लिए मानवाधिकार आयोग द्वारा बनाए गए विक्टिमोलॉजी प्रोजेक्ट ने मूर्त रूप ले लिया है। इसके तहत जिले स्तर पर सलाहकार समितियां गठित की गई हैं। ये समितियां अपराध पीडितों की मदद और पुर्नवास के लिए काम करेंगी। इस तरह मध्य प्रदेश देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है जहां अपराध पीडितों के लिए सलाहकार समितियां बनाई गई हैं।
भोपाल, 6 अगस्त (आईएएनएस)। मध्यप्रदेश में अपराध पीड़ित लोगों की मदद और उनके मानवाधिकारों के संरक्षण के लिए मानवाधिकार आयोग द्वारा बनाए गए विक्टिमोलॉजी प्रोजेक्ट ने मूर्त रूप ले लिया है। इसके तहत जिले स्तर पर सलाहकार समितियां गठित की गई हैं। ये समितियां अपराध पीडितों की मदद और पुर्नवास के लिए काम करेंगी। इस तरह मध्य प्रदेश देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है जहां अपराध पीडितों के लिए सलाहकार समितियां बनाई गई हैं।
राज्य मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष जस्टिस डी़ एम़ धर्माधिकारी ने परियोजना की जानकारी देते हुए बताया कि अपराध पीडितों के लिए गठित की गई इस समिति में कोई भी व्यक्ति लिखित या मौखिक रूप से सहायता अथवा संरक्षण की मांग कर सकेगा। इन समितियों का मुख्य कार्य पीड़ितों की मांग और आवश्यकता के आधार पर उन्हें चिकित्सकीय, कानूनी, मनोवैज्ञानिक सहायता उपलब्ध कराना होगा।
जिले स्तर पर बनने वाली इन समितियों का अध्यक्ष जिलाधिकारी होगा। इसमें सदस्य के तौर पर पुलिस अधीक्षक अथवा उसके द्वारा नामित पुलिस अधिकारी के अतिरिक्त अन्य क्षेत्रों से जुड़े लोगों को भी शामिल किया जाएगा।
मानवाधिकार पदाधिकारियों का मानना है कि न्याय व्यवस्था, पुलिस प्रशासन और सरकार का ध्यान केवल अपराधी को पकड़ने और आपराधिक प्रकरणों की विवेचना तक ही केंद्रित रहता है। अपराधों से पीड़ित वर्ग की सहायता और पुर्नवास पर कम ही ध्यान दिया जाता है। ऐसे में यह समितियां कारगर साबित होंगी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।