नाड़ी के अध्ययन से सभी रोगों का इलाज संभव
पंचकूला, 6 अगस्त (आईएएनएस)। आयुर्वेद में नाड़ी के अध्ययन से सभी गंभीर रोगों का इलाज संभव है।
पंचकूला, 6 अगस्त (आईएएनएस)। आयुर्वेद में नाड़ी के अध्ययन से सभी गंभीर रोगों का इलाज संभव है।
पंचकूला के यूनानी अस्पताल ने इसके लिए शिमला में एक आयुर्वेद गांव स्थापित करने का फैसला किया है। यह गांव 30 एकड़ में स्थापित हेल्थ रिजॉर्ट के भीतर आठ एकड़ क्षेत्र में स्थापित किया जाएगा।
अस्पताल के कार्यकारी निदेशक सुनील नाथ ने आईएएनएस को बताया कि, "आयुर्वेद गांव में एक प्रशिक्षण संस्थान, पुनर्वास केंद्र, इलाज के विभिन्न माडल और आयुर्वेद की दवाओं से जुड़ी सभी वस्तुएं उपलब्ध कराने वाली दुकाने होंगी।"
सुनील ने बताया कि इसके लिए योजना तैयार कर ली गई है और विभिन्न चरणों में इसे एक वर्ष के भीतर तैयार कर लिया जाएगा।
पंचकुला के यूनानी अस्पताल में भी एक आयुर्वेद विभाग तथा नाड़ी अध्ययन इकाई है। आयुर्वेद विभाग के इवातुरी रामकृष्ण ने बताया कि हर रोग के पीछे एक छिपी हुई ताकत होती है, जिसका पता एक्स-रे या अन्य अत्याधुनिक साधनों से नहीं लगाया जा सकतौ।
लेकिन नाड़ी के अध्ययन से हम आसानी से रोगों के कारणों के मूल तक पहुंच सकते हैं और मोटापा, मधुमेह, बांझपन ,लकवा, अनिद्रा और त्वचा से संबंधित रोगों का इलाज कर सकते हैं।
नाड़ी अध्ययन के विशेषज्ञ रामकृष्ण का दावा है कि कैंसर सहित सभी रोगों का इलाज नाड़ी के अध्ययन के माध्यम से किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि किसी भी रोग के इलाज के लिए शारीरिक स्थिति में सुधार के साथ ही मानसिक और भावनात्मक स्थिति में भी सुधार बहुत आवश्यक है।
इसके लिए पंचकूला में इलाज के बाद रोगियों को शिमला के हेल्थ रिजॉर्ट में मानसिक शक्ति बढ़ाने के लिए भेजा जाएगा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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