चोरों का ठिकाना बना हुआ है सिमी का दिल्ली स्थित मुख्यालय
नई दिल्ली, 6 अगस्त (आईएएनएस)। एक समय राजनीतिक सरगर्मियों का केंद्र बना रहने वाला दिल्ली स्थित 'स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया' (सिमी)का मुख्यालय इस समय मामूली चोरों की शरणस्थली बना हुआ है।
दक्षिणी दिल्ली के जाकिर नगर इलाके में स्थित संगठन के तीन मंजिला मुख्यालय को सन 2001 में उस समय सील कर दिया गया था जब सिमी को प्रतिबंधित किया गया था। आज आलम यह है कि चोर इसकी खिड़कियां और दरवाजे उखाड़ ले गए हैं। भवन के प्रवेश द्वार पर लगा तीन फीट का लोहे का दरवाजा भी चोरी हो गया है।
टूटी फूटी खिड़की-दरवाजों वाली यह इमारत दूर से भुतहा खंडहर दिखाई देती है। मोहल्ले के बच्चे अक्सर इसके लान का इस्तेमाल क्रिकेट खेलने के लिए करते हैं।
इस इमारत के बगल में रहने वाले मुशीर आलम खान ने आईएएनएस से कहा, "यह सील की हुई इमारत पड़ोसियों के लिए परेशानी का सबब बन चुकी है। यहां से कंप्यूटर, रसोई का सामान और अन्य इलेक्ट्रानिक उपकरण चोरी हो चुके हैं। यह चोरों की ऐशगाह बनी हुई है। मैंने चोरों को अपने घर में घुसने से रोकने के लिए छोटी सी बाड़ लगा दी है।"
गौरतलब है कि गेट के चोरी हो जाने के बाद कोई भी इमारत में घुस जाता है और सामान के साथ छेड़छाड़ करने लगता है।
सिमी पर आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में प्रतिबंध लगा हुआ है। उस पर हाल में अहमदाबाद और बंगलौर में हुए सिलसिलेवार धमाकों में शामिल होने का भी शक है।
मंगलवार को एक न्यायाधिकरण ने उस पर से प्रतिबंध हटाने का फैसला दिया था जिसे बुधवार को सर्वोच्च न्यायालय ने यह कहते हुए पलट दिया कि इससे देश में आतंकवादी घटनाओं में इजाफा होगा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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