नेपाल से लाये जा रहे नकली नोट
अपर पुलिस महानिदेशक(कानून-व्यवस्था) बृजलाल के मुताबिक मामले की पड़ताल में अब तक पकड़े गए लोगों से पूछताछ में यह बात सामने आयी है। उनका कहना है कि नेपाल सीमा से लगे जिलों में यह नकली नोटों का रैकेट चल रहा है। बृजलाल के मुताबिक जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, नकली नोटों का जकीरा और ज्यादा फैलता दिख रहा है। उन्होंने कहा कि यह नेटवर्क काफी बड़ा है, जिसमें कई गिरोहों के शामिल होने की आशंका है।
उधर भारतीय स्टेट बैंक की डुमरियागंज शाखा में जाली नोट के जकीरे के भांडाफोड़ के बाद नोटों की जांच जारी है। अभी तक 1 करोड़ रुपये की हुई जांच में 46.24 लाख रुपये के नोट नकली पाए गए हैं। जांच जारी है, जिसमें करीब पौने दो अरब रुपये के नोटों की शिनाख्त करनी बाकी है।
पुलिस और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के अधिकारियों द्वारा किये गये इस खुलासे के बाद एसटीएफ ने नेपाल सीमा और पश्चिमी उत्तरप्रदेश के करीब एक दर्जन जिलों के बैंकों के खजानों में नकली नोट होने की आशंका व्यक्त की है। एसटीएफ का कहना है कि इन सभी बैंकों में करेंसी टेस्ट किया जाना चाहिए। यही नहीं इस मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो(सीबीआई) को सौंपे जाने की बात भी चल रही है।
एसबीआई के लखनऊ परिक्षेत्र के मुख्य महाप्रबंधक शिवकुमार मंगलवार शाम डुमरियागंज शाखा पहुंचे। उन्होंने बताया कि जिले के बाकी बैंको के खजाने(करेंसी चेस्ट) की भी जांच होगी।
अपर
पुलिस
महानिदेशक(कानून-व्यवस्था)
के
मुताबिक
प्रदेश
के
गाजियाबाद,
बिजनौर,
अलीगढ़,
बहराइच,
बस्ती,
गोण्डा,
मुजफ्फरनगर,
बस्ती,
प्रतापगढ़
और
लखीमपुर
खीरी
जिलों
में
भी
पुलिस
ने
भारतीय
रिजर्व
बैंक(आरबीआई)
से
जांच
के
लिए
आग्रह
किया
है।