तोशाखाना में रखे दिलकश उपहारों को प्रदर्शित किया जाएगा
नई दिल्ली, 6 अगस्त(आईएएनएस)। यह सर्वविदित है कि देश के नेताओं को विदेश यात्राओं के दौरान मेजबानों द्वारा एक से बढ़कर एक दिलकश उपहार भेंट किए जाते रहे हैं, पर जनता की नजरों से ये उपहार हमेशा दूर रहे हैं। अब सरकार इनमें से कुछ उपहारों को लोगों के सामने पेश करने की योजना बना रही है।
नई दिल्ली, 6 अगस्त(आईएएनएस)। यह सर्वविदित है कि देश के नेताओं को विदेश यात्राओं के दौरान मेजबानों द्वारा एक से बढ़कर एक दिलकश उपहार भेंट किए जाते रहे हैं, पर जनता की नजरों से ये उपहार हमेशा दूर रहे हैं। अब सरकार इनमें से कुछ उपहारों को लोगों के सामने पेश करने की योजना बना रही है।
नेताओं को मिलने वाले उपहारों में अफगानिस्तान और पाकिस्तान के खूबसूरत रंग-बिरंगे कालीन व दरियां, भूटान के इलेक्ट्रानिक उत्पाद और शाही जिंदगी का प्रतिनिधित्व करने वाले खाड़ी देशों के बेशकीमती आभूषण व घड़ियां शामिल हैं। ये उपहार अकबर भवन स्थित एक सरकारी स्टोर हाउस, जिसे तोशाखाना कहा जाता है, में धूल चाट रहे हैं। तोशाखाना के तीन कमरों में इन उपहारों को अब तक लोगों की नजरों से दूर रखा जाता रहा है। यह विदेश मंत्रालय के दायरे में आता है।
मंत्रालय के एक अधिकारी ने नाम गुप्त रखने की शर्त पर आईएएनएस को बताया, "हमने इनमें से कुछ ऐसे उपहारों को प्रदर्शित करने की योजना बनाई है, जिनका खास ऐतिहासिक महत्व रहा है। राष्ट्रीय संग्रहालय से इन्हें प्रदर्शित करने को कहा गया है। हम इनके प्रदर्शन की वैकल्पिक योजनाएं भी बना रहे हैं। इन्हें जवाहर भवन में भी प्रदर्शित किया जा सकता है।"
जब इस बाबत संग्रहालय के एक अधिकारी से पूछा गया तो उन्होंने कहा, "यह सही है कि मंत्रालय के अधिकारियों ने इस मसले पर बातचीत की थी, पर हम इसे लेकर अधिक उत्साहित नहीं है। हम इन उपहारों को सुरक्षित तो रख सकते हैं, पर हमारे पास इन्हें प्रदर्शित करने की जगह नहीं है।"
सरकारी कायदे-कानून के मुताबिक विदेशी अधिकारियों या मेजबानों से मिलने वाले कीमती उपहारों का निजी इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। इन्हें तोशाखाना में जमा कराना अनिवार्य है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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