असम में बांग्लादेशी नागरिकों के मुद्दे पर अल्पसंख्यक समूह ने दी धमकी
गुवाहाटी, 6 अगस्त (आईएएनएस)। असम के एक प्रमुख अल्पसंख्यक समूह 'असम यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट' (एयूडीएफ) ने बांग्लादेशी नागरिकों के मुद्दे पर सरकार और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग करने वालों को चेतावनी दी है।
एयूडीएफ के अध्यक्ष बदरुद्दीन अजमल ने कहा कि हम राज्य में बांग्लादेशी विस्थापितों के प्रवेश या उनके यहां रहने के विरूद्ध हैं। लेकिन बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान और उन्हें उनके देश भेजने के नाम पर स्थानीय नागरिकों को परेशान करने की कार्रवाई को स्वीकार नहीं किया जाएगा।
एयूडीएफ प्रमुख ने यह भी मांग की कि सरकार तुरंत राष्ट्रीय नागरिक सूची (एनआरसी) में सुधार करे और सभी नागरिकों को पहचान पत्र मुहैया कराये।
बांग्लादेशी नागरिक मोहम्मद कमरुद्दीन ऊर्फ कमालुद्दीन को इसी सप्ताह पुलिस ने गिरफ्तार करके बांग्लादेश भेज दिया था। कोर्ट ने उसको 1996 में अवैध तरीके से चुनाव लड़ने का दोषी पाया था।
परंतु पिछले ही दिनों स्थानीय मीडिया में नागवां जिले में स्थित कमालुद्दीन के गांव मोयराजहर के निवासियों के हवाले से कहा गया कि वह यहीं का नागरिक है।
उधर, कोर्ट के फैसले के बाद कई दलों ने आंदोलन की धमकी दी थी और आरोप लगाया था कि राज्य में बांग्लादेश से होने वाले विस्थापन को रोकने में वह असफल रही है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।