सानिया पर होंगी सबकी निगाहें
नई दिल्ली, 6 अगस्त (आईएएनएस)। पहली बार ओलंपिक में शिरकत करने जा रहीं देश की शीर्ष वरीयता प्राप्त महिला टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा पर भारत के करोड़ों खेलप्रेमियों की निगाहें टिकी हैं। सानिया अपनी डब्ल्यूटीए रैंकिंग के आधार पर ओलंपिक में सीधे प्रवेश पाने में सफल रही हैं। हालांकि कलाई के ऑपरेशन के बाद जिस तरह से सानिया के खेल का स्तर गिरा है, उसे देखते हुए बीजिंग में उनके पदक जीतने की संभावनाओं को झटका लगा है।
वर्ष 2003 में विंबलडन का जूनियर युगल खिताब जीतने के बाद से आज तक सानिया ने लंबा सफर तय किया है। अपने पांच वर्ष के करियर में सानिया ने मार्टिना हिंगिस और स्वेतलाना कुज्नेत्सोवा सहित दुनिया की कई दिग्गज महिला खिलाड़ियों को पराजित किया है, लेकिन दाईं कलाई के आपरेशन के बाद से वे पेशेवर टेनिस की चुनौतीपूर्ण दुनिया में ठीक से कदम नहीं जमा पा रही हैं।
चोट के कारण समय-समय पर टेनिस से दूर रहने वाली सानिया जून में हुए कलाई के ऑपरेशन के बाद से अपना स्वाभाविक शॉट नहीं लगा पा रही हैं। ऑपरेशन के बाद वापसी करने से लेकर आज तक सानिया ने छह टूर्नामेंट खेले हैं, लेकिन उन्हें एक में भी सफलता नहीं मिली है।
अगस्त 2007 में अपने करियर की सर्वोच्च 27वीं डब्ल्यूटीए रैंकिंग हासिल करने वाली सानिया ने दोहा एशियाई खेलों के मिश्रित युगल मुकाबलों का स्वर्ण हासिल किया था। इसके अलावा वे एकल और युगल मुकाबलों में रजत पदक जीतने में सफल रही थीं। एशियाई खेलों और ओलंपिक में जमीन-आसमान का अंतर होता है। ऐसे में, दुनिया की चोटी की खिलाड़ियों के बीच वे बीजिंग में भारतीय चुनौती को किस हद तक अंजाम तक पहुंचा पाएंगी, यह तो वक्त ही बताएगा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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