93 साल की अवस्था में शायराना हुआ हुसैन का मिजाज
लंदन, 5 अगस्त (आईएएनएस)। जानेमाने चित्रकार मकबूल फिदा हुसैन अपनी चित्रकारी के बीच समय निकाल कर कविताएं लिखते रहे हैं और उनके पास अब इनका एक संग्रह तैयार हो गया है।
लंदन, 5 अगस्त (आईएएनएस)। जानेमाने चित्रकार मकबूल फिदा हुसैन अपनी चित्रकारी के बीच समय निकाल कर कविताएं लिखते रहे हैं और उनके पास अब इनका एक संग्रह तैयार हो गया है।
हुसैन ने आईएएनएस को बताया, "मैं कभी इन्हें प्रकाशित करवाने के बारे में भी विचार कर सकता हूं।"
हुसैन अपनी कविताएं ए4 आकार के कागज पर हिंदी में लिखते हैं। हाल ही में भारतीय मूल के एक चिकित्सक खालिद हमीद द्वारा उनके सम्मान में दिए रात्रिभोज के दौरान उन्होंने अपनी एक कविता भी पढ़ी।
कविता में उन्होंने अपने आप को 'ग्रेट इंडियन सर्कस' का 'रंगीला जोकर' बताया जो लगातार अपनी भूमिका बदलता रहता है।
हुसैन ने हाल ही में आईएएनएस को बताया था कि वे अपनी पेंटिंग्स की मौजूदा श्रृंखला पूरी करने के बाद भारत लौटने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने अपनी इस श्रृंखला को 'द इंडियन सिविलाइजेशन' का नाम दिया है।
गौरतलब है कि हुसैन अपनी कुछ पेंटिंग्स पर हुए विवाद पर उग्र प्रतिक्रियाओं के बाद से ही भारत से बाहर समय बिता रहे हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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