नैना देवी मंदिर भगदड़ में 145 मरे (लीड-4)
बिलासपुर (हिमाचल प्रदेश), 3 अगस्त (आईएएनएस)। हिमाचल प्रदेश में बिलासपुर जिले के प्रसिद्ध नैना देवी मंदिर में रविवार को मची भगदड़ में मरने वालों की संख्या 145 हो गई है, जबकि 40 से अधिक घायल हुए हैं।
पुलिस अधीक्षक आर.एन. ढोके ने आईएएनएस से कहा कि पंजाब के आनंदपुर साहिब स्थित सिविल अस्पताल में 145 शव पहुंच चुके हैं।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने हालांकि इस अस्पताल का दौरा करने के बाद कहा कि हादसे में अब तक 140 लोगों की मौत हुई है।
इससे पूर्व राज्य सरकार द्वारा रविवार शाम जारी बयान में कहा गया था कि भगदड़ में 123 लोगों की मौत हो गई और 40 लोग घायल हो गए।
मृतकों में अधिकतर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। मृतकों में पड़ोसी राज्य पंजाब से आए श्रद्धालुओं की तादाद ज्यादा है।
घटनास्थल पर राहत कार्य शुरू कर दिया गया है।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एस. डी. मंहास ने आईएएनएस से कहा, "मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। उन्होंने कहा कि ज्यादातर घायलों को बिलासपुर जिला अस्पताल और पंजाब के आनंदपुर साहिब में भर्ती कराया है।"
पुलिस के अनुसार मंदिर में प्रवेश का इंतजार कर रहे श्रद्धालुओं में से किसी ने अफवाह फैला दी कि चट्टानें खिसक रही हैं। इसी पहाड़ी पर मंदिर स्थित है। इसके बाद भगदड़ मच गई। मंदिर में शनिवार से प्रारंभ हुए 10 दिवसीय श्रवण अष्टमी मेले के कारण भारी भीड़ एकत्र हुई थी।
बारिस के कारण बचाव व राहत कार्यो में दिक्कतें आ रही हैं। यह मंदिर राजधानी शिमला से 160 किलोमीटर और पंजाब के आनंदपुर साहिब के करीब स्थित है। पुलिस ने बताया कि मंदिर की ओर जाने वाली सड़क को बंद कर दिया गया है।
अधिकतर श्रद्धालु 11 किलोमीटर की चढ़ाई कर मंदिर पहुंचे थे। शवों को आनंदपुर साहिब अस्पताल में लाया गया है। मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने दुर्घटना की जांच के आदेश दिए हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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