नियंत्रित करेंगे ब्याज दरें: चिदंबरम
सार्वजनिक क्षेत्र के कारपोरेशन बैंक द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में चिदंबरम ने कहा, कि ऊंची ब्याज दरें हमेशा नहीं बनी रहेंगी। हम मुश्किलों से उबर जाएंगे। उम्मीद है कि अगले छह महीने से एक वर्ष के भीतर ब्याज दरें सामान्य स्तर पर आ जाएंगी।
उन्होंने यह भी कहा कि ब्याज दरें बढ़ाने के कारण सरकार भारी दबाव में है। उन्होंने बैंकों को सलाह दी कि उन्हें ऋण उपभोक्ताओं पर ऊंची ब्याज दर के बोझ को कम करने के नए तरीके इजाद करने चाहिए।
चिदंबरम ने छोटी जमा राशियों को प्रोत्साहित पर जोर देते हुए कहा कि बैंकों में व्यापार प्रतिनिधियों की नियुक्ति की जानी चाहिए और शाखा रहित बैंकिंग जैसी नई प्रणाली अपनाने की जरूरत है।
चिदंबरम
ने
कहा
कि
बैंकों
के
पास
ऊंची
ब्याज
दरों
का
बोझ
कम
करने
का
यह
बढ़िया
मौका
है।
वे
ऋण
सस्ता
करके
इस
समस्या
से
उबर
सकते
हैं।
ऐसा
करने
से
वे
बार
बार
ब्याज
दरें
कम
करने
से
भी
बच
सकते
हैं।