काशी हिंदू विश्वविद्यालय में छात्रों के मोटर वाहनों पर रोक
वाराणसी, 1 अगस्त (आईएएनएस)। काशी हिंदू विश्वविद्यालय के छात्र अब अपने साथ कोई भी वाहन नहीं रख सकेंगे, क्योंकि विश्वविद्यालय प्रशासन को लगता है कि इससे परिसर में ऊंच-नीच का भेद तो पनप ही रहा है साथ ही परिसर में प्रदूषण भी फैल रहा है।
काशी हिंदू विश्वविद्यालय प्रशासन ने शुक्रवार से छात्रों के वाहनों के रखने और संचालन पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके एवज में छात्रों के आवागमन के लिए आज से ही बस सेवा का संचालन भी शुरू कर दिया गया है।
छात्र अधिष्ठाता डीन ऑफ स्टूडेन्ट प्रो. वी. के. कुमरा ने मुख्य द्वार से हरी झंडी दिखाकर बस को रवाना करते हुए कहा कि काफी दिनों से विश्वविद्यालय को प्रदूषण मुक्त करने की कवायद चल रही थी जिसे आज कार्य रूप में परिणत कर दिया गया है।
कुमरा ने बताया कि परिसर में आये दिन दुर्घटनाएं हुआ करती थीं, जिसे रोकने में मदद मिलेगी। दूसरी तरफ आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों में इसे लेकर हीन भावना पनप रही थी। कुमरा ने इसे कठोरता से लागू करने की बात करते हुए बताया कि इससे कैम्पस में अमन चैन और अमीर-गरीब का भेद तो मिटेगा ही साथ ही वाहनों से फैलने वाले प्रदूषण से भी निजात मिलेगी।
दूसरी ओर विश्वविद्यालय के इस निर्णय से छात्रों में असंतोष व्याप्त हो गया है। विश्वविद्यालय के शोध छात्र सौरभ शुक्ला ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि छात्र अपने पास वाहन इसलिए रखते हैं कि कहीं आने जाने में समय की बचत होती है।
शुक्ला ने कहा कि यदि छात्रों की दुर्घटना की विश्वविद्यालय को इतनी ही चिन्ता है तो कैम्पस में रहने वाले रीडर और प्रोफेसर भी अपनी अपनी गाड़ियां बाहर कर दें। बहरहाल प्रशासन के इस तुगलकी फरमान से छात्रों में भारी असंतोष दिखाई दिया, जो आगे चलकर आंदोलन में भी तब्दील हो सकता है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।