आसाराम आश्रम में बच्चों की हत्या का संदेह (लीड-2)
छिंदवाड़ा, 2 अगस्त (आईएएनएस)। संत आसाराम बापू गुरुकुल के इंदुमति विद्यानिकेतन में राम कृष्ण यादव और वेदांत की मौत दम घुटने से हुई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इस बात का खुलासा होने के बाद पुलिस को संदेह है कि बच्चों को पानी में डुबोया गया है।
पुलिस के हाथ कुछ ऐसे सबूत लगे हैं जिससे संदेह है कि बच्चों की हत्या की गई है। पुलिस का कहना है कि सबूतों का वैज्ञानिक परीक्षण किया जा रहा है और बच्चों की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों का जल्द ही खुलासा हो जाएगा।
जबलपुर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक एम़ आऱ कृष्णा ने शनिवार को संवाददाता सम्मेलन में खुलासा किया कि पुलिस के हाथ बच्चों की मौत के पक्के सबूत लग गए हैं जिनका वैज्ञानिक तरीके से परीक्षण कराया जाना अभी बाकी है।
पुलिस ने नौ सदस्यीय विशेष जांच दल भी बनाया है जिसमें तीन निरीक्षक और छह उपनिरीक्षक हैं, जो बच्चों की मौत के कारणों की गहराई से छानबीन कर रहे हैं।
पुलिस महानिरीक्षक के अनुसार पुलिस ने दो सौ से अधिक लोगों से पूछताछ की है जिससे कई महत्वपूर्ण जानकारी और तथ्य पुलिस के हाथ लगे हैं।
कृष्णा के मुताबिक पुलिस जल्दबाजी में किसी नतीजे पर नहीं पहुंचना चाहती इसीलिए आश्रम से मिले सबूतों का वैज्ञानिक परीक्षण कराया जा रहा है और उसकी रिपोर्ट का पुलिस को इंतजार है। उन्हें उम्मीद है कि एक दो दिन में बच्चों की मौत के लिए जो लोग जिम्मेदार है उनका खुलासा हो जाएगा।
संत आसाराम बापू आश्रम के इंदुमति विद्या निकेतन के बाथरूम में राम कृष्ण यादव और वेदांत की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। दोनों के शरीर पर चोट के निशान न पाए जाने से मौत का रहस्य और गहराया गया। दोनों के बिसरा की फॉरेन्सिक जांच कराई जा रही है।
दोनों मृतकों के परिजनों ने आश्रम को क्लीन चिट दे दी है मगर उन्होंने भी साजिश की आशंका जताई है। इतना ही नहीं पोस्टमार्टम के बाद चिकित्सकों द्वारा वेदांत की मौत की वजह स्वाभाविक न बताए जाने पर पुलिस और प्रशासन की मुश्किलें और बढ़ गई हैं।
इन दोनों बच्चों की मौत और आश्रम में व्याप्त गड़बड़ियों के खिलाफ आज गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने छिंदवाड़ा बंद का आह्वान किया। इस बंद का व्यापक असर रहा।
बंद समर्थकों ने वाहनों में सवार होकर दुकानें तथा अन्य प्रतिष्ठान बंद कराए। पूरे शहर में भारी सुरक्षा बल तैनात कर दिया गया है साथ ही पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी आश्रम के भीतर डेरा डाले हुए हैं।
छिंदवाड़ा के पुलिस उप महानिरीक्षक क़े वैफई ने आईएएनएस को बताया कि दो दिन पहले आश्रम के बाहर हुई तोड़फोड़ को ध्यान में रखकर आश्रम के चारों ओर सुरक्षा जवानों की तैनाती बढ़ा दी गई है।
आश्रम में छात्रों के परिजनों और अन्य लोगों की आवाजाही पर किसी तरह की रोक नहीं लगाई गई है, हां इतना जरूर है कि आने जाने वालों पर खास नजर रखी जा रही है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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