जम्मू में सेना ने किया फ्लैग मार्च (लीड-1)
जम्मू, 2 अगस्त (आईएएनएस)। जम्मू में शनिवार को सेना ने फ्लैग मार्च किया। वहां शुक्रवार को श्रीअमरनाथ श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) को आवंटित भूमि वापस लेने के सरकार के निर्णय के विरोध में प्रदर्शन करने वाले लोगों पर पुलिस की गोलाबारी में दो व्यक्तियों की मौत के बाद हिंसा भड़क उठी थी।
सुरक्षा बलों ने जम्मू के कई इलाकों और सांबा तथा कठुआ कस्बों में फ्लैग मार्च किया। पुलिस ने भी जम्मू में कर्फ्यू को काफी कड़ाई से लागू किया है। यहां से आज हिंसा की कोई खबर नहीं है।
अधिकारियों ने कहा कि प्रदर्शनकारियों द्वारा पिछली रात से जाम किए गए जम्मू-पठानकोट राजमार्ग को आज खोल दिया गया है। ट्रकों ने कश्मीर घाटी के लिए सामानों की आपूर्ति फिर शुरू कर दी है।
एक पुलिस अधिकारी ने आईएएनएस से कहा कि वे हर संभव उपाय करके ट्रकों की सुरक्षा निश्चित करने का प्रयास कर रहे हैं।
कश्मीर घाटी में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए केवल एक रास्ता जम्मू-पठानकोट राजमार्ग ही है। हिंसा के कारण शुक्रवार से इस मार्ग से कश्मीर घाटी को आवश्यक सामानों की आपूर्ति बाधित थी।
सांबा में दो लोगों के मारे जाने के बाद इन इलाकों में हिंसक भीड़ को नियंत्रित करने के लिए शनिवार सुबह सेना बुला ली गई थी।
राज्य के जम्मू, सांबा और कठुआ तथा उधमपुर जिले के कुछ हिस्सों में सेना तैनात कर दी गई है। इसके पहले शुक्रवार को भीड़ ने जम्मू में पुलिस चौकी फूंक डाली, सांबा में सरकारी अतिथि गृह में लूटपाट की, हीरानगर में राजस्व कार्यालय को आग लगा दी तथा पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद के सरकारी आवास में जबरन दाखिल होने की कोशिश की।
प्रदर्शनकारी अमरनाथ विवाद पर राज्यपाल एन.एन. वोहरा द्वारा आयोजित सर्वदलीय बैठक में नेशनल कांफ्रेंस के नेता एवं राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला तथा महबूबा मुफ्ती की उपस्थिति का विरोध कर रहे थे।
एक अधिकारी ने अपनी पहचान गुप्त करने की शर्त पर आईएएनएस को बताया कि प्रदर्शनकारियों को रोकने के प्रयास में पुलिसकर्मियों के तनावग्रस्त हो जाने के कारण सेना तलब की गई है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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