तय समय सीमा में लोकपाल नियुक्त करने में विफल रहीं विमानन कंपनियां
संजय सिंह
संजय सिंह
नई दिल्ली, 2 अगस्त (आईएएनएस)। विमान यात्रियों की शिकायतें सुनने के लिए एक अगस्त तक लोकपाल नियुक्त करने के केंद्र सरकार के आदेश का पालन करने में सभी विमानन कंपनियां विफल रही हैं।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि लोकपाल नियुक्त करने के लिए दो महीने का समय दिए जाने के बावजूद एयर इंडिया का संचालन करने वाली भारतीय राष्ट्रीय विमानन कंपनी सहित किसी भी विमानन कंपनी ने लोकपाल नहीं नियुक्त किया।
लोकपाल की नियुक्ति ऐसे अधिकारी के रूप में किए जाने का प्रस्ताव था जो यात्रियों को अपनी शिकायतें दर्ज कराने के लिए मंच का और यात्रियों तथा विमानन कंपनियों के बीच विवादों को सुलझाने में मध्यस्थ का कार्य करे।
अधिकारी ने बताया कि अभी यात्रियों को अपनी शिकायतें दर्ज कराने के लिए कोई निश्चित स्थान उपलब्ध नहीं है। इसलिए यात्री उपभोक्ता फोरम और अदालतों की शरण लेने को बाध्य होते हैं।
यदि विमानन कंपनियां लोकपाल नियुक्त कर देंगी तो इससे यात्रियों की समस्याओं को अधिक तेजी से निपटाया जा सकता है।
इस संदर्भ में कई विमानन कंपनियों के प्रवक्ताओं ने कहा कि सरकार ने इस संबंध में केवल प्रस्ताव रखा था और लोकपाल नियुक्त करना अनिवार्य नहीं था।
नागरिक उड्डयन सचिव अशोक चावला ने सभी विमानन कंपनियों के साथ जून के शुरू में एक बैठक में लोकपाल नियुक्त करने का प्रस्ताव रखा था और इसके लिए एक अगस्त की समय सीमा तय की थी।
चावला ने कहा था कि लोकपाल की नियुक्ति तब तक के लिए की जानी चाहिए जब तक कि सरकार संसद के कानून द्वारा भारतीय टेलीफोन नियामक प्राधिकरण (ट्राई) जैसी कोई निगरानी संस्था का निर्माण नहीं कर दे।
इससे संबंधित प्रस्ताव उड्डयन मामलों की स्थायी संसदीय समिति के पास लंबित पड़ा है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।