इश्मीत का शरीर पंचतत्व में विलीन
इसे विडंबना ही कहेंगे कि एकमात्र बेटे के कंधों के सहारे की हसरत रखने वाले पिता गुरपिंदर पाल सिंह को उसी लाडले की चिता को मुखाग्नि देनी पड़ी।
यह देख लोगों की आंखें भर आईं।अपने आंचल की छांव में पाल पोसकर इस मुकाम तक चढ़ता देख फूली नहीं समाने वाली मां को तो यह भी होश नहीं है कि उसका आंख का तारा अंतिम विदा लेने जा रहा है।
इस अवसर पर अपने नवोदित गायक को अंतिम विदाई देने पूरा लुधियाना उमड़ पड़ा। जिन इलाकों से उसका पार्थिव देह गुजरा वहां लोगों ने उसे श्रद्धांजलि अर्पित की। अंतिम सस्कांर में करीब आठ-दस हजार लोग मौजूद रहे।
गायक अभीजात, हंसराज हंस और मीका समेत पंजाब के सैकडों कलाकार, विभिन्न क्षेत्रों के लोग प्रशासनिक तथा पुलिस के अधिकारी और सामाजिक संगठनों के लोग मौजूद रहे।
शव का लुधियाना के अस्पताल में पोस्टमार्टम किया गया और स्थानीय सिविल अस्पताल के वरिष्ठ मेडिकल अधिकारी डॉ. हरविंदर सिंह ने बताया "इश्मीत की मौत डूबने से हुई"।
तीन चिकित्सकों की एक टीम ने शव का पोस्टमार्टम किया। इस टीम ने अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट वरिष्ठ मेडिकल अधिकारी को दी। जिसमें संकेत है कि शरीर के अन्य हिस्सों के अलावा पेट और फेफड़ों में पानी पाया गया।
इश्मीत के परिजनों के आग्रह पर शव का पोस्टर्माटम किया गया। परिजनों ने आरोप लगाया था कि डूबने से इश्मीत की मौत नहीं हुई इसके अन्य कारण भी हो सकते है।
पंजाब सरकार ने राजकीय सम्मान के साथ इश्मीत का अंतिम संस्कार किये जाने की घोषणा की थी।