गृह ऋण लेने वाले मुश्किल में
नई
दिल्ली,
1
अगस्त:
लगातार
बढ़
रही
महंगाई
के
चलते
पहले
से
ही
परेशान
आम
लोगों
की
मुसीमतें
कम
नहीं
होने
वालीं।
वो
ऐसे
कि
जिन्होंने
गृह
ऋण
ले
रखा
है
उन्हें
अब
पहले
से
ज्यादा
मासिक
किस्त
(ईएमआई)
देनी
होगी।
भारतीय
रिजर्व
बैंक
(आरबीआई)
द्वारा
मंगलवार
को
रेपो
रेट
और
नकद
आरक्षित
अनुपात
(सीआरआर)
बढ़ाये
जान
के
बाद
से
मानों
ऋण
लेने
वालों
की
मुश्किलें
भी
बढ़
गईं।
आरबीआई
के
इस
फैसले
के
तुरंत
बाद
सभी
प्रमुख
बैंकों
ने
गृह
ऋण
समेत
तमाम
ब्याज
दरें
बढ़ा
दी
हैं।
आरबीआई
ने
रेपो
रेट
में
50
आधार
अंक
यानी
0.50
प्रतिशत
और
सीआरआर
में
25
आधार
अंक
यानी
0.25
प्रतिशत
की
वृद्धि
कर
दोनों
को
नौ
प्रतिशत
कर
दिया।
आरबीआई
के
इस
फैसले
से
बैंकों
से
9,000
करोड़
रुपये
निकल
जाएंगे।
आरबीआई
के
ताजा
फैसले
का
प्रभाव
बैंकों
पर
तुरंत
दिखा
और
पंजाब
नेशनल
बैंक,
एक्सिस
बैंक,
यश
बैंक,
एचडीएफसी
बैंक,
आईडीबीआई
बैंक
और
आईसीआईसीआई
बैंक
ने
ऋण
दरें
बढ़ा
दीं।
कई
अन्य
बैंक
भी
ऋण
दरें
बढ़ाने
की
योजना
में
हैं।
बैंक
अधिकारियों
के
मुताबिक
ब्याज
इसका
सबसे
ज्यादा
प्रभाव
होम
और
पर्सनल
लोन
पर
पड़ा
है,
जिस
वजह
से
आम
लोगों
की
कमर
टूट
गई
है।