आर्थिक सुधारों को सर्वसम्मति से आगे बढ़ाया जाएगा: चिदंबरम
नई दिल्ली, 31 जुलाई (आईएएनएस)। संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार देश में न सिर्फ आर्थिक सुधारों की प्रक्रिया को आगे बढ़ाएगी बल्कि वह इस बात को लेकर भी आश्वस्त है कि वह इस मुद्दे पर विभिन्न राजनीतिक दलों के बीच व्यापक सहमति तक पहुंचने में भी कामयाब होगी।
भारतीय उद्योग व वाणिज्य महासंघ फिक्की द्वारा राजधानी में आयोजित सामूहिक परिचर्चा के दौरान केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा कि हाल ही में ससंद का सामना कर वे चिंतित नहीं है।
चिदंबरम ने कहा कि सिर्फ एक पार्टी को छोड़कर देश की तमाम पार्टियां चाहती है कि आर्थिक सुधारों की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाए।
चिदंबरम के अनुसार फिलहाल विभिन्न राजनीतिक दलों के बीच दलीय हितों को लेकर राजनीतिक रस्साकसी उफान पर है लेकिन सुधार की प्रक्रिया के साथ ही राजनीतिक दल अपने गिले शिकवे को भुलाकर एक साथ हो जाएंगे।
उन्होंने विभिन्न पार्टियों को इस बात के लिए आमंत्रित किया कि उन्हें अगर संसद में पेश आर्थिक सुधार से संबंधित विधेयकों के किसी प्रावधान को लेकर शिकायत है तो वे उस पर अपना पक्ष प्रस्तुत करें।
बीमा क्षेत्र में विदेशी निवेश की अनुमति को लेकर पेश विधेयक अभी तक पारित नहीं हो सका है। इस विधेयक में बीमा क्षेत्र में विदेशी निवेश के मौजूदा स्तर 26 फीसदी को बढ़ाकर 49 फीसदी किए जाने का प्रावधान है। साथ ही सेवानिवृत्ति कोष में निजी क्षेत्रों की भागीदारी का प्रावधान किया गया है।
उसी तरह बैंकिंग क्षेत्र में विदेशी अनुमति के मामले पर पेश विधेयक भी संसद में लंबित है। इस विधेयक में बैंकिंग क्षेत्र में 74 फीसदी विदेशी निवेश की व्यवस्था की गई है जबकि कंपनी के प्रबंधन पर दस फीसदी के अधिकार की व्यवस्था है।
परिचर्चा के दौरान भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता जसवंत सिंह भी मौजूद थे। बहुत सारे मंत्रियों ने भी इस परिचर्चा में भाग लिया। इस दौरान देश के जाने माने टिप्पणीकार स्वामीनाथन एस. अंकलेसरिया अय्यर लिखित पुस्तक का लोकार्पण भी हुआ।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।